साइकिल पंक्चर बनाने वाला लड़के ने IAS परीक्षा में पाया 32वां रैंक, बना जिलाधिकारी
- [By: Career Desk || 2022-07-04 16:00 IST
प्रेरणा से भर देने वाली यह कहानी महाराष्ट्र के एक ऐसे लड़के की है जिसने जीवन तमाम मुश्किलों का डटकर सामना किया और एक बड़ा मक़ाम हासिल किया। यह कहानी है महाराष्ट्र राज्य के एक छोटे से शहर बोइसार के साइकिल रिपेयर मैकेनिक वरुण बरनवाल की। वरुण बरनवाल ने अनेकों बाधाओं का डटकर मुकाबला करते हुए ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया है जो आपको सुनने में अविश्वसनीय लगेगी। लेकिन महाराष्ट्र के एक छोटे से शहर से आने वाले इस साइकिल रिपेयर मैकेनिक ने अपनी मजबूत आत्मबल और दृढ़ इच्छा-शक्ति की बदौलत देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी में बाज़ी मारते हुए एक आईएएस अधिकारी बनकर एक आदर्श स्थापित किया।
केनफोलिओ़ज वेब साइट के अनुसार वरुण बरनवाल एक बहुत ही गरीब परिवार में पैदा हुआ। वरुण ने बचपन से ही गरीबी को बेहद करीब से महसूस किया। पिता की एक साइकिल रिपेयर की दुकान थी, उसी से पूरे घर का खर्चा चलता था। गरीबी के बावजूद वरुण ने अपनी पढ़ाई को जारी रखा लेकिन इसी दौरान बीमारी से ग्रसित होकर इनके पिता की मौत हो गई। पिता की मौत के बाद परिवार का सारा भार वरुण के कंधे ही आ टिका। एक तरफ पढ़ाई और दूसरी तरह घर की जिम्मेदारी। ऐसी स्थिति में वरुण ने पिता के साइकिल दुकान को चलाना शुरू किया। पढ़ाई की चाह रहने के बावजूद वरुण को पढ़ने के लिए वक़्त नहीं मिल पाते थे। पूरे दिन साइकिल के पंक्चर लगाता और रात को थके-हारे घर जाकर सो जाता। इसी दौरान 10वीं की परीक्षा के परिणाम आये और वरुण पूरे शहर में दूसरा स्थान हासिल किया है। इसे सफलता से वरुण के हौसले को नई उड़ान मिली लेकिन आर्थिक हालातों ने उनके सपने पर पानी फेर दिया। परीक्षा के अच्छे परिणाम से प्रेरित होकर वरुण ने आगे की पढ़ाई करने का मन बनाया। इसी दौरान उनके एक परिचित डॉक्टर ने पढ़ाई में वरुण के लगन को देखकर उसका कॉलेज में एडमिशन करवा दिया। एक बार फिर वरुण ने नई जोश और उमंग के साथ अपनी पढ़ाई शुरू की। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद वरुण के इंजीनियरिंग की प्रतियोगिता परीक्षा पास करने हुए कॉलेज में दाखिला लिया। लेकिन इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना आसान काम नहीं था। पहले से ही बुरी आर्थिक हालातों का मारा वरुण अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए कुछ भी करने को तैयार था। पूरे दिन कॉलेज में पढ़ाई करता और फिर शाम साइकिल की दूकान पर बैठता था। साथ ही कॉलेज की फीस की भरपाई हेतु इन्होंने रात को ट्यूशन पढ़ाने शुरू कर दिए। ऐसे ही यह सिलसिला चलता रहा और सेमेंस्टर परीक्षा में अव्वल मार्क्स हासिल करने पर वरुण को मेधावृति मिलनी शुरू हो गई। कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ वरुण समाज सेवा के कार्यों में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते थे। इन्होंने अन्ना हजारे के आन्दोलन में भी हिस्सा लिया था। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद बिना थके-रुके वरुण ने प्रशासनिक सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और साल 2016 में इन्होंने सफलतापूर्वक यूपीएससी की परीक्षा में 32वां रैंक हासिल किया। कठिन मेहनत और मजबूत इच्छा-शक्ति की बदौलत वरुण बरनवाल ने जो सफलता हासिल की वह प्रशंसनीय और दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत है।
RELATED TOPICS
- दिसंबर-जनवरी में हो सकती है टीजीटी-पीजीटी व असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा
- भारतीय स्टेट बैंक में बंपर भर्ती, ऐसे करें आवेदन
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर के 253 पदों पर निकली नौकरी, ऐसे करें आवेदन
- सीबीएसई मेरठ टॉपर्स: मेरठ पब्लिक स्कूल और केएल इंटरनेशनल का क़ायम रहा दबदबा
- सीबीएसई 12वीं मेरठ में केएल इंटरनेशनल की राम्या सिंघल और दीवान की मानसी ने 99.4 फीसदी अंकों के साथ रिकॉर्ड
- 12 के बाद एडमिशन के लिए मेरठ एनसीआर के टॉप प्राइवेट कॉलेज
- यूपी में 500 अधिक नर्सिंग ऑफिसर पदों पर भर्ती शुरू, यहां करें आवेदन
- आदिवासी युवती तमिलनाडु में बनीं सिविल जज, परीक्षा के 2 दिन पहले हुई थी डिलीवरी
- डॉ भीमराव अंबेडकर ने कहा था, शिक्षित बनो और शिक्षित को ही चुनो
- लोक सेवा आयोग ने निकाली समूह-ग के 223 पदों पर भर्ती
- 25 हज़ार की रिश्वत लेते हुए विवि का रजिस्ट्रार गिरफ़्तार
- सफलता पाने के प्रयास में सारी संभावनाएं कभी समाप्त नहीं होती और मुश्किलें हमेशा हारती है
- पारुल चौधरी बनीं डिप्टी एसपी, मिला नियुक्ति पत्र
- मेडिकल कॉलेज दीक्षांत समारोह में मेडल पर बेटियों का कब्जा
- मेरठ में महिला प्राचार्या को काम नहीं करने दे रहा प्रबंध तंत्र
- मुस्लिम बेटियों ने हाथों पर रचवाई श्रीराम की मेहंदी
- यूपी पुलिस में 60 हजार से अधिक कांस्टेबल पदों पर आवेदन का आखिरी मौका
- CCSU में कुलपति के ऑनरेरी प्रोफेसर बनने का रास्ता साफ
- प्रदेश में 50 हजार रूपये के मानदेय पर रखे जा सकते हैं शिक्षक, विचार कर रही योगी सरकार
- अब पीएचडी में 60% सीटें नेट-जेआरएफ के लिए सुरक्षित
- प्रतियोगिताओं के आयोजनों से छात्राओं को संस्कृति एवं त्यौहारों का ज्ञान मिलता हैं : डॉ ज्योत्सना
- प्रदेश के हर जिले में योगी सरकार खोलेगी अभ्युदय कोचिंग
- बिहार के प्राथमिक स्कूलों में 8386 पदों पर फिजिकल टीचरों की होगी भर्ती
- पहले ही प्रयास में अनन्या बनी आईएएस अधिकारी
- UPSC इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा:2022 का 247 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन हुआ जारी
- उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में अब सेमेस्टर, अर्ध वार्षिक और वार्षिक परीक्षाएं अनिवार्य
- बस चालक पिता की बेटी प्रीति हुड्डा के आईएएस बनने की कहानी
- प्रदेश के सरकारी स्कूलों में होगी 1300 पदों पर शारीरिक शिक्षकों की भर्ती, एमपीएड डिग्री वालों को मिलेगा मौका
- कड़े संघर्षों से हिम्मत से सामना करते हुए आईएएस बने सुहास
- 10वीं पास के लिए बिजली विभाग में 1500 पदों पर भर्ती
- निजी कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले इन अहम बातों पर ध्यान दें
- यूनिवर्सिटी में डिग्री प्रकरण में दो कर्मचारियों को किया निलंबित
- अब BTech के बीच में ही दूसरे इंजीनियरिंग कोर्स में ले सकते है एडमिशन