मेरठ में महिला प्राचार्या को काम नहीं करने दे रहा प्रबंध तंत्र

  • [By: Career Desk || 2024-01-24 14:23 IST
मेरठ में महिला प्राचार्या को काम नहीं करने दे रहा प्रबंध तंत्र

मेरठ। केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है और सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को लेकर काम कर रही है। लेकिन मेरठ के एक लोकप्रिय महिला महाविद्यालय में आयोग से चयनित महिला प्राचार्या को कॉलेज का प्रबंध तंत्र काम नहीं करने दे रहा। प्रबंध तंत्र की मनमानियों से परेशान होकर महाविद्यालय की प्राचार्या दो अलका चौधरी ने पुलिस में शिकायत की है। 

शहर के मशहूर कनोहर लाल महिला महाविद्यालय की आयोग से चयनित प्राचार्या डॉ. अलका चौधरी ने कॉलेज के प्रबंध तंत्र के पदाधिकारियों के ख़िलाफ़ ब्रह्मपुरी पुलिस थाने में शिकायत करते हुए प्रबंध तंत्र पर धोखाघड़ी और अन्य कई गंभीर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है। 

कनोहर लाल महिला महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अलका चौधरी और प्रबंधन तंत्र के बीच में सुप्रीम कोर्ट में विवाद दर्ज है। आयोग से चयनित डॉ. अलका चौधरी को प्रबंध तंत्र ने प्राचार्य पद से हटा दिया था जिसको लेकर अलका चौधरी हाईकोर्ट चली गई जहां हाईकोर्ट की डबल बेंच से उन्हें जीत मिली। दूसरी ओर हाई कोर्ट की डबल बेंच को चुनौती देते हुए कॉलेज के प्रबंध तंत्र ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की हुई है। 

कनोहर लाल महिला महाविद्यालय की प्राचार्य अलका चौधरी ने कॉलेज के प्रबंध तंत्र के पदाधिकारियों पर धोखाघड़ी और कई गंभीर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए ब्रह्मपुरी थाने में तहरीर दी है।  डॉ अलका चौधरी ने बताया कि आयोग द्वारा चयनित होने के बावजूद उनका एक साल से अधिक से मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है।  उन्हें मजबूर किया जा रहा है कि वह अपने पद से इस्तीफा दे दें। अपनी तहरीर में अलका चौधरी ने यह भी कहा कि अगर उन्हें कुछ हो जाता है तो उसका पूर्ण दायित्व उत्तर प्रदेश शासन का होगा। 

ब्रह्मपुरी थाने में दी गई अपनी तहरीर में कॉलेज की प्राचार्य अलका चौधरी ने प्रबंध तंत्र अध्यक्ष दिनेश सिंघल और सचिव राकेश कुमार गुप्ता के खिलाफ स्वयं कुप्रबंधन, धोखाघड़ी और अन्य कई गंभीर वित्तीय अनियमिताओं का आरोप लगाते हुए कहा है कि पिछले कई वर्षों में बालिका कोष ट्रस्ट के कार्यक्रमों को आयोजित करने में भारी गड़बड़ियां और वित्तीय अनियमितता हुई है। 

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अलका चौधरी ने अपनी तहरीर में कहा है की मनोज कुमार गुप्ता अप्रैल 2023 से बिना किसी सूचना के कॉलेज से गायब हैं। मनोज कुमार गुप्ता पदाधिकारी होते हुए कई सालों से वेतन पा रहे हैं। इस पर मनोज कुमार गुप्ता ने कहा है कि उन पर लगाये गए आरोप ग़लत है उन्होंने कभी भी बदसलूकी नहीं की है। 

इन आरोपों पर कनोहरलाल महिला महिला महाविद्यालय मैनेजमेंट कमेटी के सचिव राकेश कुमार गुप्ता का कहना है: "उन्हें इस संबंध में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है।"

कनोहरलाल महिला महिला महाविद्यालय मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष दिनेश सिंघल ने कहा: "जो भी आरोप लगाए गए हैं वह सभी बेबुनियाद और तथ्यों से परे हैं इनमें कोई सत्यता नहीं है। प्रोबेशन कंफर्म नहीं किया इसलिए इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट में है और अप्रैल में सुनाई होनी है।"

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