अडानी ग्रुप ने सरकारी बिजली कंपनी को घटिया कोयला देकर महंगे कोयले के दाम वसूले 

  • [By: PK Verma || 2024-05-25 17:23 IST
अडानी ग्रुप ने सरकारी बिजली कंपनी को घटिया कोयला देकर महंगे कोयले के दाम वसूले 

अडानी ग्रुप ने सरकारी बिजली कंपनी को घटिया कोयला देकर महंगे कोयले के दाम वसूले 

दुनिया के लोकप्रिय अख़बार फाइनेंसियल टाइम्स की एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर फिर से गंभीर आरोप लगाए गए हैं। दरअसल फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट के अनुसार गौतम अडानी पर एक गंभीर आरोप लगा है। कि गौतम अडानी ने भारतीय सरकारी बिजली कंपनी को महंगे और हाई क्वालिटी वाले फ्यूल की जगह पर सस्ता और लो क्वालिटी वाला कोयला सप्लाई किया। और सरकार को बड़ा भरी चूना लगाकर कई अरब डॉलर अपनी जेब में भर लिए है। ग़ौरतलब है कि अडानी ग्रुप पर पहले भी कई तरह के गंभीर आरोप लगते रहे है। और इस चुनावी मौसम में यह एक और जानकारी निकल कर सामने आई है। OCCRP पहले भी अडानी ग्रुप पर स्कैम के आरोप लगा चुका है। इन नए आरोपों में अडानी ग्रुप पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की बात कही गई है। अडानी ग्रुप ने घटिया स्तर के कोयले का इस्तेमाल किया जिससे एयर क्वालिटी को खराब हो गई। जबकि टेंडर की शर्त के मुताबिक अडानी ग्रुप को हाई क्वालिटी का और कम प्रदूषण करने वाला कोयला सप्लाई करना था। 

घटिया स्तर के कोयले के प्रयोग से क्या होता है। बिजली पैदा करने के लिए यदि घटिया स्तर का कोयला प्रयोग किया जाता है तो इसमें अधिक कोयले की ख़पत होती है। यानि अधिक कोयले की जरुरत पड़ती है। इतना ही नहीं घटिया स्तर के कोयले के प्रयोग करने से अधिक मात्रा में धुआं होता है जिससे पर्यावरण पर घातक असर पड़ता है। इसके विपरीत अच्छी क्वालिटी का कोयला प्रयोग करने पर कम कोयले में अधिक बिजली पैदा होती है और इससे हवा भी दूषित नहीं होती है। 

अडानी ग्रुप पर जो नई रिपोर्ट आई है उसके अनुसार जनवरी 2014 में अडानी ने ने कोयले का एक इंडोनेशियन शिपमेंट खरीदा था इसमें 3500 कैलोरीज प्रति किलो होने की बात कही गई थी। इस शिपमेंट को तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को 6000 कैलोरीज प्रति किलो वाले कोयले के तौर पर भेजा गया। यह सबसे हाई क्वालिटी वाला कोयल माना जाता है। यानी कम क्वालिटी वाले कोयले को अडानी ने हाई क्वालिटी वाला कोयला बताकर इस सरकारी बिजली कंपनी को भेज दिया। माना जा रहा है कि इस सौदे में अडानी ने दोगुने से भी अधिक कमाई कर ली। 

2014 में इस तरह के और ब्योरे जब देखे गए तो उनमें भी कोयले की क्वालिटी को बढ़ा-चढ़ा कर बेचने वाली बात सामने आई है। माना जा रहा  सौदों में गौतम अडानी ने लगभग 15 लाख टन कोयला भारत की सरकारी कंपनियों को बेचा और बेइंतहा जमकर मोटी कमाई की। 

अडानी ग्रुप ने लो कैलोरीस आउटपुट वाले इंडोनेशिया के एक मीनिंग ग्रुप से यह घटिया कोयला खरीदा था। पिछले साल एक रिपोर्ट के अनुसार 2021 से लेकर 2023 के बीच अडानी ग्रुप ने मार्केट प्राइस से ऊंचे दाम पर भारत में कोयला इंपोर्ट करने के लिए दलालों को 5 अरब डॉलर से ज्यादा पैसा दिया। इस रिपोर्ट के बाद भारत में विपक्षी दलों ने अडानी ग्रुप पर खूब हंगामा खड़ा किया। और पिछले साल जनवरी में अडानी ग्रुप पर हिडेनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी की थी। और इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पैसे की हेराफेरी समेत तमाम गंभीर आरोप लगाए गए थे। ऑफशोर फंड के जरिए अपनी ही कंपनियों में पैसा लगाने के लिए कंपनी पर आरोप लगे। अडानी ग्रुप को का यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जिस पर अदालत फैसला भी आ चुका है।  और लेकिन इस फैसले में अडानी ग्रुप पर कोई आरोप साबित होता नहीं दिखा। कुल मिलाकर देखना यह होगा क्या फिर से हंगामा खड़ा होता है या नहीं। 

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