To Be or Not To Be: महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन: देवेंद्र फडणवीस या कोई नया भाजपा चेहरा
- [By: PK Verma || 2024-12-03 13:19 IST
मुंबई। "होना या न होना, यही सवाल है" विलियम शेक्सपियर के नाटक हैमलेट की एक पंक्ति है। यह अंग्रेजी साहित्य में एक प्रसिद्ध पंक्ति है जिसे अक्सर हाँ या न के बीच संघर्ष पर एक प्रतिबिंब के रूप में व्याख्या किया जाता है। लेकिन यह कोटशन पिछले गई दिनों से महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव में बंपर सीट जितने के बाद देवेंद्र फडणवीस के बारे में कही जा रही है। जहां एक तरफ सियासी चर्चा है कि देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुनकर उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। दूसरी और कहा जा रहा है कि अगर देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाना होता तो अब तक उनका नाम घोषित कर दिया होता।
खैर सियासी चर्चा जो भी हो फ़िलहाल महाराष्ट्र में प्रचंड बहुमत से जीत के बावजूद सहयोगी दलों के साथ बातचीत में ‘प्रेशर पॉलिटिक्स’ के कारण महायुति सरकार के गठन पर अंतिम फैसले में विलंब हो रहा है। भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद पर बने रहने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन, उन्हें अजित पवार के साथ उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना ज्यादा है। चुनाव परिणाम आने के बाद से ही लगातार भाजपा रणनीतिकार अपने सहयोगियों के साथ बैठकें कर रहे है।
भारतीय जनता पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने सोमवार को फडणवीस के नाम को मंजूरी दे दी और इस प्रस्ताव को एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने भी मंजूरी दे दी। भारतीय जनता पार्टी ने कुछ प्रमुख विभाग देने का वादा कर शिंदे को राजी कर लिया है। हालांकि, शिवसेना के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, ‘फडणवीस को सीएम बनाने पर हमसे कोई परामर्श नहीं हुआ है और हमारी पार्टी अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नाम पर सहमत नहीं हुई है।’
ग़ौरतलब है कि अकेले 133 सीट जीतने के कारण भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा भारी है और पार्टी अपना मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी में है। लेकिन एकनाथ शिंदे गुट रणनीति के तहत मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोक रहा है। शिवसेना प्रवक्ता नरेश म्हास्के ने सोमवार को महाराष्ट्र में बिहार फॉर्मूले की तरह एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग कर सियासी सरगर्मी बढ़ा दी। उधर, भारतीय जनता पार्टी एमएलसी प्रवीण दरेकर ने मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस को सबसे उपयुक्त बताते हुए पलटवार भी किया।
सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में अपनी बड़ी जीत के कारण शपथ समारोह के बड़े आयोजन की तैयारी है। भारतीय जनता पार्टी ने अब तक विधायक दल की बैठक की तारीख और ऑब्जर्वर के नाम तय नहीं किए हैं। पहले महाराष्ट्र के तीनों नेताओं फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व की रविवार की देर रात बैठक प्रस्तावित थी। लेकिन इसे टाल दिया गया। सोमवार की रात तीनों नेता दिल्ली पहुंच सकते हैं और इस दौरान देर रात उनकी भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व के साथ होने वाली बैठक में सरकार गठन पर चर्चा हो सकती है।
खैर बात जो भी हो। बैठक में जो कुछ भी हो। सियासी लोगों का कहना है कि बारात की तारीख तय हो चुकी लेकिन दूल्हा गायब है। अब यह 4 दिसंबर को पता चलेगा कि 5 दिसंबर को किसे मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।