300 करोड़ रूपये की लागत से कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाने को निगम और एनटीपीसी में करार

  • [By: Meerut Desk || 2024-10-04 13:13 IST
300 करोड़ रूपये की लागत से कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाने को निगम और एनटीपीसी में करार

मेरठ। नवरात्र के पहले दिन नगर निगम ने अच्छी पहल की। महानगर से निकालने वाले कूड़े का निस्तारण करने को प्लांट लगाने के लिए नगर निगम ने एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड के साथ अनुबंध किया है। नगर निगम स्थित सभागार में आयोजित कार्यक्रम में नगरायुक्त सौरभ गंगवार और एनटीपीसी के जीएम अमित कुलश्रेष्ठ ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर मौजूद महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि महानगर में रोजाना 1200 मैट्रिक टन कूड़ा निकलता है। मात्र 300 टीडीपी का कूड़ा निस्तारण प्लांट लगा होने के कारण लोहिया नगर और मंगतपुरम में कूड़े के पहाड़ बहुत ऊंचे हो गए। मंगतपुरम व गांवड़ी में भी कूड़ा निस्तारित नहीं हो पा रहा। 

महापौर  हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी को पत्र भेजकर मेरठ में कूड़ा निस्तारण प्लांट लगवाने का आग्रह किया था। यह मेरठ के लिए सौगात है। इस प्लांट के लगने से महानगर से निकलने वाले कूड़ा का निस्तारण हो सकेगा। 

सात साल पहले हुआ था दूसरी कंपनी से अनुबंध: दरअसल सात साल पूर्व 2017 में भी सोलापुर की कंपनी आर्गेनिक रिसाइकल के साथ भी नगर निगम ने अनुबंध किया था। कूड़ा निस्तारण प्लांट का शिलान्यास भी हुआ था। लेकिन बाद में मामला विवादों में चला गया। फिलहाल मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। हालांकि नगर निगम अधिकारियों का कहना हैकि अब एनटीपीसी के साथ जिस जगह पर प्लांट लगाने का अनुबंध हुआ है तो वह विवादरहित है। 15 एकड़ जमीन बिल्कुल अलग दी गई है।

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एनटीपीसी के जनरल मैनेजर अमित कुलश्रेष्ठ ने बताया कि करीब 300 करोड़ की लागत से एनटीपीसी टोरेफ एक्शन टेक्नोलॉजी का वेस्ट टू चारकोल प्लांट लगाएगी। गांवड़ी में नगर निगम ने 15 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है, जिसमें एनटीपी 10 एकड़ में प्लांट लगेगा और पांच एकड़ में ग्रीन बेल्ट के अधिष्ठापन का कार्य करेगा। इस प्लांट में ताजे कूड़े से हरित कोयला तैयार किया जाएगा, जो बिजली बनाने के काम आएगा। यह पर्यावरण की दृष्टि से बेहद कारगर है। एनटीपीसी दो वर्ष में प्लांट स्थापित कर देगी। अब तक वाराणसी, गोरखपुर और नोएडा में प्लांट लगाए जा चुके हैं। नोएडा में 900 टीडीपी का प्लांट है, मेरठ में प्रदेश का चौथा प्लांट होगा। एनटीपीसी उत्तर प्रदेश में ग्लोबल अनुबंध कर रही है, जिससे हर नगर निगम में कूड़ा प्लांट लगाने की योजना है। नगरायुक्त सौरभ गंगवार ने कहा कि एनटीपीसी का प्लांट लगने से यहां कूड़े का पहाड़ ऊंचा होना बंद होगा।

एनटीपीसी के जनरल मैनेजर अमित कुलश्रेष्ठ ने आगे कहा लोहिया नगर में पुराना करीब 12 लाख टन कूड़े के निस्तारण के लिए भी 600 टीडीपी का प्लांट लगाने के लिए टेंडर जारी किए गए हैं। टेंडर होते ही उक्त प्लांट की स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। 

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निगम को लगाना होगा 30 करोड़ का प्लांट: एनटीपीसी वेस्ट टृू चारकोल प्लांट लगाएगी। इस प्लांट में नगर निगम ताजा सूखा कूड़ा देगा। नाले की सिल्ट, एवं ईंट-पत्थर या कोई भी धातु इस प्लांट में नहीं दिए जा सकते। इसके लिए निगम कूड़े की छंटाई कराएगा। गीले कूड़े को सुखाने के लिए 30 करोड़ की लागत का एक प्लांट नगर निगम को लगाना होगा।

कूड़े के पहाड़ का जल्द होगा निस्तारण: इस करार के बाद मेरठ महानगर में कई जगह पर कूड़े के पहाड़ बन चुके है। इस पर नगरायुक्त सौरभ गंगवार ने कहा:

कूड़े का पहाड़ का अब जल्द निस्तारण होगा। एनटीपीसी सेकिया गया अनुबंध एक बड़ा प्रयास है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में मेरठ में कूड़ा निस्तारण प्लांट काफी सफल रहेगा। 

महापौर ने अपर नगर आयुक्त को लगाई फटकार: इस अनुबंध के कार्यक्रम में अव्यवस्था पूरी तरह से हावी रही। प्रोजेक्ट के प्रेजेंटेशन के लिए लगाए गए प्रोजेक्टर से आवाज ही नहीं आ रही थी। माइक भी ख़राब थे। महापौर और नगर आयुक्त को माइक से अपनी बात कहने में दिक्क्त हो रही थी। माइक बीच में ही बार बार बंद हो रहा था। इस पर महापौर भड़क गए। उन्होंने कार्यक्रम में ही अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार को इस अव्यवस्था के लिए लताड़ा और फटकार लगाई कि कार्यक्रम शुरू होने पहले से अपर ने सब कुछ चैक क्यों नहीं किया। दरअसल कार्यक्रम का समय 12 बजे का था लेकिन लगभग 12:45 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ। घंटे भर से अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार बराबर में बैठे गप्पे मारते रहे लेकिन उन्होंने उठकर व्यवस्था को चैक करने की ज़हमत नहीं उठाई। जिसके चलते महापौर को उन्हें फटकार लगानी पड़ी। 

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