अवर अभियंता श्रीकांत का भ्रष्टाचार: लोड स्वीकृत हुआ नहीं, कॉम्प्लेक्स की हो गई बिजली शुरू। एमडी ने शुरू की जांच

  • [By: Meerut Desk || 2024-09-11 15:19 IST
अवर अभियंता श्रीकांत का भ्रष्टाचार: लोड स्वीकृत हुआ नहीं, कॉम्प्लेक्स की हो गई बिजली शुरू। एमडी ने शुरू की जांच

मेरठ: ईडीडीयू-4 रुड़की रोड शांति निकेतन रोशनपुर डोरली स्थित जी प्लस थ्री (बेसमेंट व तीन मंजिला) बिल्डिंग का बगैर एस्टीमेंट, लोड व ट्रांसफार्मर के सोफीपुर बिजलीघर के अवर अभियंता व टीजी-टू ने भ्रष्टाचार करते हुए मोटा पैसा लेकर अवैध रूप से छद्म नाम से बिजली कनेक्शन चालू करा दिया। मामला सामने आने के बाद पीवीवीएनएल के तमाम आला अफसरों की पेशानी पर बल पड़ गए हैं, जिसके चलते आरोपी बताए जा रहे अवर अभियंता व टीजी-टू पर बड़ी कार्रवाई की संभावना जतायी जा रही है। सबसे चौंकाने वाली बात तो ये है कि जिस बिल्डिंग को कनेक्शन का यहां जिक्र किया जा रहा है, उसके कनेक्शन के आवेदन की फाइल डिवीजन में विचाराधीन है। पावर अफसरों ने उस पर अभी निर्णय नहीं लिया।

कहां का है मामला: रुड़की रोड पेट्रोल पंप के पीछे शांति निकेतन प्लाट नंबर तीन खसरा नंबर-727 में एक तीन मंजिला बिल्डिंग बनकर तैयार हुई है। इसमें बेसमेंट समेत तीन फ्लोर हैं। इस बिल्डिंग में कनेक्शन के लिए विनय पुत्र विक्रम ने बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। बड़ी बिल्डिंग में कनेक्शन दिया जाना है। इसके लिए करीब 80 किलोवाट के लोड का अनुमान है, इतने लोड के लिए अलग से ट्रांसफार्मर लगाना अनिवार्य होता है, लेकिन सबसे पहले लोड स्वीकृत करना होता है, इसलिए इसकी फाइल डिवीजन भेज दी गयी। इतने लोड के लिए भारी भरकम खर्चा करना होता है। विनय की फाइल पर अभी अफसरों ने निर्णय नहीं लिया है। फाइल विचार के लिए अभी लंबित है।

लोड सेंशन नहीं, ट्रांसफार्मर लगा नहीं, दे दिया कनेक्शन: कनेक्शन के लिए फाइल स्वीकृत हुए बिना ही इस बिल्डिंग का सोफीपुर बिजलीघर के जेई श्रीकांत व टीजीटू-5 जितेन्द्र ने कनेक्शन चालू करा दिया। यह कनेक्शन ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन के नाम पर दिया गया है। इसमें कनेक्शन की यदि बात की जाए तो सभी कायदे-कानून ताक पर रख दिए गए। मसलन डिस्टेंट को लेकर जो नियम है, उसका भी फ्यूज उड़ा दिया गया और कनेक्शन दे दिया गया। जबकि विनय के नाम से बिल्डिंग के कनेक्शन आवेदन की फाइल पहले से ही मुख्यालय में मौजूद है, इसलिए उनके नाम से तो कनेक्शन संभव नहीं था। आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश शर्मा का आरोप है कि जेई व टीजीट-टू ने मोटा पैसा लेकर अपनी जेब गर्म और पीवीवीएनएल के खजाने को फटके लिए आरती चौधरी पत्नी विनय के नाम से नो लोड, नो एस्टीमेंट, नो ट्रांसफार्मर कनेक्शन चालू करा दिया।

एसडीओ अंजान: एसडीओ प्रेमपाल से जब इस संबंध में जानकारी की गई तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की। बताया कि वह इस संबंध में संबंधित से जानकारी तलब करेंगे।

अधिशासी अभियंता ने तलब की रिपोर्ट: मामले में एक्सईएन अमित पाल ने रिपोर्ट तलब करने की बात कही, साथ ही हैरानी जतायी कि इतनी बड़ी बिल्डिंग पर बगैर एस्टीमेंट के कैसे कनेक्शन चालू है।

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