मॉल, कोठी और फार्म हाउस का मालिक है पेपर लीक में गिरफ्तार डीआईओएस बृजेश मिश्र, भेजा जेल

  • [By: Meerut Desk || 2022-07-05 17:39 IST
मॉल, कोठी और फार्म हाउस का मालिक है पेपर लीक में गिरफ्तार डीआईओएस बृजेश मिश्र, भेजा जेल
प्रयागराज। पेपर लीक में गिरफ्तार बलिया के डीआईओएस बृजेश मिश्र के पास अकूत संपत्ति मिली है। बलिया में यूपी बोर्ड इंटर का पेपर लीक होने के मामले में निलंबित और गिरफ्तार किये गए  जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश मिश्र पर शिकंजा कसता जा रहा है। उसके खिलाफ ईडी भी जांच कर सकती है। उस पर मनी लॉड्रिंग का केस हो सकता है। बलिया में इंटर की परीक्षा के दौरान अंग्रेजी का पेपर लीक होने के मामले में निलंबन के बाद जेल भेजे गए जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. बृजेश मिश्र पर शिकंजा और कसने जा रहा है। उस पर अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की नजर है। पुलिस की जांच में अगर वह दोषी मिले तो उस पर ईडी भी कार्रवाई कर सकती है। प्रयागराज में उसकी करोड़ों की संपत्तियां बताई जा रही हैं। उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज हो सकता है। इस संबंध में ईडी एफआईआर समेत अन्य कागजात जुटा रही है। डीआईओएस बृजेश मिश्रा की सिविल लाइंस में हनुमान मंदिर के पास करोड़ों की कोठी है। झूंसी में बृजेश मिश्र का फॉर्म हाउस है। बिहार में उसका मॉल होने की बात सामने आई है। उसके खिलाफ एसटीएफ जांच कर रही है। अब प्रयागराज ईडी की नजर उन पर है। छानबीन की जा रही है। बताया जा रहा है कि अगर फर्जीवाड़ा के मामले में बृजेश मिश्र पर आरोप पत्र दाखिल हुआ तो ईडी की जांच भी शुरू हो जाएगी। माफियाओं की तरह उनके खिलाफ ईडी कार्रवाई करेगी।
 
पेपर लीक प्रकरण में योगी सरकार बलिया के डीआईओएस बृजेश मिश्र पर और कड़ा शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। सस्पेंशन और जेल के बाद उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस जांच की तैयारी हो रही है। इंटरमीडिएट का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में जेल भेजे गए बलिया के निलंबित जिला विद्यालय निरीक्षक ब्रजेश मिश्र पर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। उसके पास आय से अधिक संपत्ति होने के आरोपों की भी जांच कराई जा सकती है। शिक्षा विभाग के दो पूर्व अफसरों के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की जांच पहले से चल रही है। इन दोनों पर भी आय से अधिक संपत्ति के आरोप हैं। 
 
उत्तर प्रदेश शासन ने निदेशक साक्षरता, वैकल्पिक शिक्षा, उर्दू एवं प्राच्य भाषाएं के पद पर रहे संजय सिन्हा को पांच मार्च 2021 को निलंबित करते हुए विजिलेंस जांच के आदेश दिए थे। फिर 31 अगस्त 2021 को वह सेवानिवृत्त हो गए। जांच में शिकायतों को गंभीर और प्रथमदृष्ट्या सही पाए जाने पर सितंबर 2021 को विजिलेंस को खुली जांच की अनुमति दे दी गई। संजय सिन्हा अपने सेवाकाल में नौ वर्षों तक बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव रहे। सचिव के रूप में उनके इस कार्यकाल के दौरान विभिन्न अनियमितताओं की शिकायतों पर तत्कालीन महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने जांच की थी।

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