20 फ़ीसदी तोड़ने के बजाय, नियमों को साइड में रख फिर खुल गया करीम्स होटल

  • [By: Meerut Desk || 2024-05-14 18:11 IST

मेरठ। दिल्ली रोड स्थित ईदगाह चौराहे पर शिखर नर्सिंग होम के निकट बना करीम्स होटल फिर खुल गया है। गौरतलब है की मेरठ विकास प्राधिकरण ने जनवरी माह में इस होटल पर सील लगाई थी। अब इस होटल के संचालन की अनुमति इस शर्त पर दी गई थी कि पहले इस बिल्डिंग का 20 फ़ीसदी हिस्सा तोडा जायेगा। लेकिन होटल संचालकों ने मेरठ विकास प्राधिकरण की निर्देश की पूरी तरह से अनदेखी करते हुए होटल का संचालन शुरू कर दिया। यानी होटल के भवन को बिना 20 फ़ीसदी तोड़े ही इसका संचालन शुरू कर दिया गया और मेरठ विकास प्राधिकरण अधिकारी ख़ामोशी से सब देखते रहे। 

दरअसल करीम्स होटल 125 वर्ग मीटर में बना है। विकास प्राधिकरण में होटल संचालकों की और से 20 लाख रूपये जमा कराकर शमन मानचित्र का आवेदन किया गया है। प्राधिकरण ने इसी आवेदन पर आपत्ति लगाते हुए अपनी शर्त जोड़ी थी कि भवन के अवैध हिस्से तो तोड़ने के बाद ही मानचित्र स्वीकृत हो सकेगा। विकास प्राधिकरण के अनुसार होटल संचालकों ने सरकारी नाला पटरी पर अवैध रूप से कब्ज़ा करके होटल का निर्माण किया है। इसके अतिरिक्त रोड़ वाइडिंग के हिस्से पर भी अवैध निर्माण किया गया है। तीसरी, होटल के पास पार्किंग की सुविधा नहीं है जिसके चलते वाहन सड़क पर ही खड़े होंगे और इससे जाम की स्थिति पैदा होगी। और चौथी बात, होटल का सराय एक्ट में पंजीकरण नहीं है। 

मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक पाण्डेय ने एशियन एक्सप्रेस संवाददाता को बताया:

एडीएम से एनओसी मिलने के बाद शमन की करवाई शुरू की गई है। होटल संचालक को 20 प्रतिशत हिस्सा तोड़ने का निर्देश दिया गया है। 

ग़ौरतलब है कि 8 जनवरी 2024 को ईदगाह चौराहे पर शिखर नर्सिंग होम के निकट बने करीम्स होटल के उद्घाटन से कुछ घंटे पहले ही ही होटल पर मेरठ विकास प्राधिकरण ने सील लगा दी थी। विकास प्राधिकरण अधिकारियों ने कहा था होटल का निर्माण मानकों के अनुरूप नहीं किया गया है। कई नियमों को दरकिनार कर इसका निर्माण किया गया है। शाम 4 बजे होटल का उद्घाटन किया जाना था जिसके लिए तमाम इश्तिहार भी जारी किए गए थे, शहर में कई जगह होर्डिंग भी लगे हुए थे  अख़बारों में पूरे पेज़ का विज्ञापन भी प्रकाशित कराया गया था। 
एशियन एक्सप्रेस संवाददाता ने जब प्रभारी प्रवर्तन अधिकारी अर्पित यादव से इस बाबत पूछा तो उन्होंने बताया कि अफजल, अंकुर शर्मा और प्रदीप त्यागी द्वारा मानको के विपरीत होटल का निर्माण किया गया था। दरअसल होटल का कुछ निर्माण रोड बाइंडिंग में कर दिया गया। शमन मानचित्र निरस्त होने के बाद भी अवैध निर्माण चलता रहा। आखिर विकास प्राधिकरण की टीम ने सुबह पहुंचकर होटल खाली कराकर सील कर दिया था। 

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