मोटे कमीशन को बिना काम के लाखों का भुगतान करने पर पीडब्लूडी मेरठ की पीएम मोदी और सीएम योगी से शिकायत

  • [By: PK Verma || 2024-07-15 16:13 IST
मोटे कमीशन को बिना काम के लाखों का भुगतान करने पर पीडब्लूडी मेरठ की पीएम मोदी और सीएम योगी से शिकायत

मेरठ। छतरी पीर से कोटला होते हुए किशनपुरी तक नाला ढ़ककर सड़क को चौड़ी किये जाने की जिम्मेदारी लोकनिर्माण विभाग प्रांतीय खंड मेरठ को दी गई थी। दो साल से अधिक हो गया कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है। क्योंकि ठेकेदार के पास और कई निर्माण कार्य के ठेके है। इसलिये ठेकेदार टुकड़ों में जगह जगह काम करता है। यही कारण है कि उपरोक्त कार्य दो साल से अधिक होने पर भी आधा अधूरा पड़ा है। इतना ही नहीं ठेकेदार ने नाले के एक साइड में सड़क पर निर्माण सामग्री फैलाकर छोड़ रखी है जिससे आने जाने वाले रोज चोटिल हो रहे है। क्षेत्र के व्यापारियों का व्यापार चौपट हो गया है। इसी के चलते कल कोटला व्यापार संघ के नेताओं और व्यापारियों ने आक्रोश जाहिर करते हुए लोकनिर्माण विभाग को जनता को हो रही परेशानियों के बाबत बताया लेकिन न तो अधिशासी अभियंता और सम्बंधित ठेकेदार ने जनता की परेशानियों को सुना अनसुना कर दिया। अधिशासी अभियंता से इस बाबत कई बार शिकायत की जा चुकी है। लेकिन अधिशासी अभियंता जनता की समस्या का समाधान करने के बजाय अहंकारी और अभद्र व्यवहार करते है और ठेकेदार का बचाव करते है। 

न तो 10 से 12 ऑफिस में बैठते और न ही फोन उठाते है अधिशासी अभियंता: हमारे संवादाता कई बार अधिशासी अभियंता इस मामलात में जानकारी लेने के लिए उनके कार्यालय जा चुके है लेकिन अधिशासी अभियंता कभी भी 10-12 बजे कार्यालय में नहीं मिले और न ही मीडिया और आम जनता का फ़ोन उठाते है। जनता परेशान है, कोटला व्यापारियों का व्यापार ठप्प हो गया है क्योकि ठेकेदार ने निर्माण कार्य को बीच में ही छोड़ दिया है। लेकिन अधिशासी अभियंता को इन बातों से कोई लेना देना नहीं। विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंचा चुके है अधिशासी अभियंता। 

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पीडब्ल्यूडी अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ जनता ने दिखाया आक्रोश: कोटला बाजार व्यापार संघ पदाधिकारियों ने छतरी वाले पीर से किशनपुर तक नाला ढककर हो रहे सड़क निर्माण में हो रही देरी एवं ठेकेदार द्वारा व्यापारियों के उत्पादन को लेकर आक्रोश जताया। व्यापारी नेता प्रतीक अग्रवाल और अन्य व्यापारियों ने बैठक की और कहा कि निर्माण कार्य पिछले 2 साल से चल रहा है और अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। इससे व्यापारियों का व्यापार पूरी तरह से ठप्प हो चुका है और व्यापारियों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कोटला व्यापारियों ने कई बार ठेकेदार और पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियंता से शिकायत की लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। ठेकेदार अपनी मनमर्जी कर रहा है और लोक निर्माण अधिकारी कमीशनखोरी में लगे हुए है। समस्याओं का समाधान न होने की आशंका पर कोटला बाजार व्यापार संघ पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री जन-सुनवाई पोर्टल पर शिकायत की और लिखित में भी शिकायती पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा है। व्यापारी नेताओं में मोहम्मद रोशन, दीपक अरोड़ा, फैसल सिद्दीकी, नितिन गुप्ता, दीपक, डिंपल, सचिन और अमरपाल मौजूद रहे। 

बिना काम के भुगतान करने पर लोक निर्माण विभाग की प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी से शिकायत। 
मेरठ। जहां एक तरफ़ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रहे है वहीँ मेरठ स्थित लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड भ्रष्टाचार की नई इबारत लिख रहा है। अधिशासी अभियंता न तो फ़ोन उठाते है और न ही मुख्यमंत्री योगी के 10 से 12 बजे तक कार्यालय में बैठने का अनुसरण करते है। अपनी दबंगई के चलते ही अधिशासी अभियंता ने खडोली-गोलाबड़ सड़क-निर्माण का कार्य शुरू होने से कई महीने पहले ही लाखों रुपयों का अग्रिम भुगतान कर दिया। अर्थात भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा।

सामाजिक कार्यकर्ता बालकिशन शर्मा ने ट्विटर हैंडल सुरक्षित जन, सुरक्षित राष्ट्र से प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री योगी कार्यालय, लोकनिर्माण विभाग उत्तर प्रदेश, मंडलायुक्त मेरठ एवं जिलाधिकारी मेरठ से लोक निर्माण विभाग के इस भ्रष्टाचार की शिकायत की है। हैंडल पर घटिया सामग्री के प्रयोग की भी एक वीडियो डाली गई है। 

मार्च के आरंभ में लाखों का एडवांस भुगतान और काम शुरू मई के अंत में: इतना ही नहीं ठेकेदार पवन कुमार ने मार्च के आरंभ में लाखों रूपये अग्रिम लेकर मई के अंत में कार्य शुरू करके कई दिनों के लिए छोड़ दिया। इतना ही नहीं उक्त सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। लेकिन वरिष्ठ अधिकारी मौन धारण करके बैठे है। और बिना कार्य के अग्रिम भुगतान मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग से शिकायत होने पर एक दूसरे को बचाने में लगे है। दरअसल बिना कार्य प्रारंभ किये लाखों रुपयों का भुगतान जारी करने वाले सहायक अभियंता और भुगतान प्राप्त करने वाले ठेकेदार पवन कुमार दोनों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। इस भ्रष्टाचार में विभाग और ठेकेदार दोनों की गुनहगार है। वैसे भी विभाग और ठेकेदारों में आम चर्चा है कि बिना एडवांस कमीशन मिले अधिशासी अभियंता से भुगतान की फाइल पास कराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हैं। 

आरोपी ठेकेदार पवन कुमार के ख़िलाफ़ कार्यवाही कब: उक्त प्रकरण में हमारे संवाददाता ने खडोली-गोलाबड़ सड़क-निर्माण से सम्बंधित ठेकेदार पवन कुमार से जानकारी प्राप्त करने किये कई बार फ़ोन किया लेकिन ठेकेदार पवन कुमार ने फ़ोन नहीं उठाया। लोकनिर्माण विभाग प्रांतीय खंड के सहायक अभियंता (मुख्यालय) अंकित कुमार समेत अधिशासी अभियंता का भी फ़ोन नहीं उठा और न ही जेंटलमैन प्रॉमिस का पालन करते हुए वापिस फ़ोन नहीं किया। दरअसल भ्रष्टाचार में फंसे अधिकारी एक दूसरे को बचाने में ज्यादा व्यस्त है। 

अपने अहंकार और असभ्य व्यवहार के लिए लोकप्रिय है अधिशासी अभियंता: ग़ौरतलब है कि जब से वर्तमान अधिशासी अभियंता ने प्रांतीय खंड में कार्यभार गृहण किया है। विभाग में कार्य के प्रति लापरवाही, कमीशनख़ोरी और भ्रष्टाचार में बड़ा इज़ाफा हुआ है। अधिशासी अभियंता अपने अहंकारी और असभ्य व्यव्हार के लिए भी अपने विभाग में बहुत लोकप्रिय है। वर्तमान अधिशासी अभियंता से पूर्व शैलेन्द्र सारस्वत लोकनिर्माण विभाग प्रांतीय खंड मेरठ में अधिशासी अभियंता बनकर आये थे। शैलेन्द्र सारस्वत भी अपने कार्य के लिए ग़ैरजिम्मेदार कार्यशैली, असभ्य व्यव्हार और अति अहंकारी रुख के लिए लोकप्रिय था। तत्कालीन जिलाधिकारी की संतुति पर ही शैलेन्द्र सारस्वत को मेरठ से हटाया गया था। लेकिन वर्तमान अधिशासी अभियंता ने पूर्व में हुई इस कार्यवाही से भी कोई सबक नहीं लिया। और कुर्सी के घमंड को सिर पर सजाएं रहते है। 

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