नकली और कम तोलने वाले पेट्रोल पंप पर कड़ी कार्यवाई, 7 पंप मालिकों को भेजा जेल, फरार अपराधियों की तलाश में एसटीएफ

  • [By: PK Verma || 2022-11-07 23:13 IST
नकली और कम तोलने वाले पेट्रोल पंप पर कड़ी कार्यवाई, 7 पंप मालिकों को भेजा जेल, फरार अपराधियों की तलाश में एसटीएफ नकली और कम तोलने वाले पेट्रोल पंप पर कड़ी कार्यवाई, 7 पंप मालिकों को भेजा जेल, फरार अपराधियों की तलाश में एसटीएफ

मेरठ। मेरठ व बागपत में मदर बोर्ड और चिप के जरिए पेट्रोल पंपों पर बड़े खेल का पर्दाफाश करने के बाद एसटीएफ आरोपियों पर शिकंजा कसती जा रही है। सात लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि 12 की तलाश अभी जारी है। एसटीएफ इनके संभावित स्थानों पर दबिश दे रही है। लोकल पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा है। एसटीएफ, पुलिस और आपूर्ति विभाग की टीम ने मेरठ के पांच पेट्रोल पंप पर छापा मारकर बड़ा खेल उजागर किया था। यहां चिप लगाकर मशीने हैक की गई थी। बाद में बागपत में भी इस खेल का खुलासा हुआ। एसटीएफ ने कुल पांच मुकदमें दर्ज कराये, जिनमें 19 लोगों को नामजद किया गया था। इनमें कई पंपो के संचालक/मालिक, मैनेजर और कंपनी के कर्मचारी रहे। शुरुआती कार्रवाई करते हुए एसटीएफ इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी 12 लोग फरार हैं, जिनकी एसटीएफ ने तलाश तेज कर दी है। जो लोग फरार चल रहे हैं, उनमें रीता, राहुल त्यागी, अवनीश गोयल पुत्र कैलाश चंद गोयल, संचित गोयल पुत्र अवनीश गोयल, सलीम, सतेंद्र कुमार, कुलदीप, सतीश, सुशांत मिश्रा, राजेंद्र प्रसाद गोयल शामिल हैं। चिप व बोर्ड के जरिए खिलवाड़ करने वाले न केवल जनता को बल्कि सरकार को भी नुकसान पहुंचाते आ रहे थे। वह पेट्रोल के साथ में साल्वेंट मिक्स कर बेचते थे। जनता को वह मिक्स पेट्रोल ही बेचते रहे लेकिन राजस्व केवल निर्धारित क्षमता का ही चुकाते रहे। अफसरों की मानें तो इन पंपों के द्वारा की गई राजस्व की चोरी का भी आंकलन किया जा रहा है।

एसटीएफ के अनुसार इन पांच पंपों में तेल चोरी करने के लिए चिप लगाकर मशीनें हैक की गई थीं। एसटीएफ ने बताया  कि माधवपुरम के मैसर्स सालासर पंप के मैनेजर संचित गोयल पुत्र अवनीश गोयल  ने डीजल पंप की मशीन में चिप लगाने की बात कुबूल की है। पंप पर 5256 लीटर पेट्रोल कोटे से अधिक पाया गया।वहीं डीजल 605 लीटर कम दर्शाया गया। इस मामले में पंप मालिक अवनीश गोयल, मैनेजर संचित गोयल, सेल्समैन सलीम पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी, मेरठ ने कहा: "चार पेट्रोल पंप संचालकों पर रिपोर्ट दर्ज कराई जा चुकी है। चार अन्य पर रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी कर ली गई है। अभी यह संख्या बढ़ सकती है। घटतौली के साथ ही मिलावट मिली है। अन्य बिंदुओं पर भी जांच चल रही है। तेल कंपनी के स्टाफ व माफियाओं के गठजोड़ की जांच चल रही है। इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

प्रदूषण के लिए भी यही हुए जिम्मेदार: देश में वाहनों से निकलने वाले धुंए से भी बड़े स्तर पर प्रदूषण फैलता है। सरकार इसको रोकने का हर संभव प्रयास कर रही है। यहां पंप संचालकों ने इस लिहाज से भी सरकार के प्रयासों को पलीता लगाया। वह पेट्रोल व साल्वेंट मिक्स पेट्रोल बेचते रहे। जानकारों की मानें तो साल्वेंट मिक्स पेट्रोल भी बड़े स्तर पर प्रदूषण फैलाता है।

"पेट्रोल पंप से जुड़े मुकदमों में वांछित चल रहे लोगों की तलाश में दबिश दी जा रही है। टीमें सभी संभावित स्थानों पर दबिश दे रही है। जल्द सभी को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।" - ब्रजेश सिंह, एएसपी, एसटीएफ

बागपत और मेरठ में कुल पांच मुकदमे, सात गिरफ्तार: एसटीएफ, पुलिस-प्रशासन और आपूर्ति विभाग की टीम ने तेल के खेल में शनिवार को बागपत के सिंघावली में आरोपियों को गिरफ्तार किया और मुकदमा दर्ज कराया। इस मामले में मेरठ और बागपत जिले में अभी तक कुल पांच मुकदमे दर्ज कराए गए हैं और सात की गिरफ्तारी की है। एसटीएफ के एएसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि बागपत के सिंघावली अहीर में पेट्रोल पंप पर तेल के खेल की सूचना मिली। दबिश में मिलावट की पुष्टि की गई। जांच में मदर बोर्ड, ऑटोमेशन सिस्टम बरामद किया गया। पेट्रोल पंप मालिक रविंद्र जाट उर्फ बबलू निवासी रठौडा छपरौली और सुधीर समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। दोनों को गिरफ्तार किया है। वहीं, मेरठ में परतापुर, ब्रह्मपुरी, इंचौली और हस्तिनापुर में चार मुकदमे शुक्रवार को दर्ज कराए गए और इनमें पांच आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। सभी पांच पेट्रोल पंप को सील कर दिया गया है। कुछ अन्य जगहों पर एसटीएफ की जांच चल रही है। शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है।

ये है गिरफ्तार आरोपी: 
1. रविंद्र जाट उर्फ बबलू निवासी बागपत (सिंघावली अहीर पेट्रोल पंप का मालिक)
2. सुधीर कुमार निवासी बागपत (पेट्रोल पंप मैनेजर)
3.अवनीश गोयल (नायरा पेट्रोल पंप माधवपुरम का मालिक)
4. राकेश गुप्ता (रॉयल फिलिंग स्टेशन सैनी इंचौली का मैनेजर)
5. एश्वर्य गुप्ता (चंद्रप्रकाश एंड संस पेट्रोल पंप परतापुर का मालिक)
6. वीरेंद्र त्रिपाठी (नायरा कंपनी का सेल्स ऑफिसर)
7. सतेंद्र उर्फ देवेंद्र निवासी शामली, हाल निवासी कंकरखेड़ा, मेरठ (मशीन लगाने वाला)

बीमा एजेंट बना मदर बोर्ड बदलने वाला मास्टरमाइंड: एसटीएफ ने पेट्रोल पंप पर मदर बोर्ड बदलकर और ऑटोमेशन सिस्टम लगाने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान सतेंद्र निवासी शामली के रूप में हुई है। आरोपी कुछ साल दिल्ली में बीमा एजेंट रहा और इसके बाद पेट्रोल पंप पर पाइप लाइन का काम करने लगा। 2019 में सतेंद्र और कुछ अन्य लोगों ने पेट्रोल पंपों पर मदर बोर्ड लगाने और एटीजी यानी ऑटोमेटिक टैंक गैजिंग सिस्टम बनाने का काम शुरू किया। एसटीएफ की पूछताछ में सतेंद्र से खुलासा हुआ कि उसने 2004 में किसान इंटर कॉलेज शामली से बीएससी की। 2007 में सतेंद्र ने दिल्ली जाकर इंश्योरेंस कंपनियों में बीमा एजेंट के रूप में काम किया। सतेंद्र ने बताया कि उसी की बिल्डिंग में बुलंदशहर निवासी महिपाल रहता था। महिपाल मिडको कंपनी (पेट्रोल पंप पर इसी कंपनी की मशीनें लगती हैं) का फिटर था। महिपाल ने उसे पेट्रोल पंप पर टैंक लाइन का काम सिखाया और नौकरी पर लगवाया। दिल्ली में 2018 तक काम किया। 2017-18 में हाईकोर्ट ने पेट्रोल पंप की मशीनें बदलने का आदेश दिया, उसके बाद सतेंद्र ने तेल का खेल करने की योजना बनाई। एसटीएफ ने खुलासा किया कि सतेंद्र ने कबाड़ियों से पुरानी मशीनों के मदरबोर्ड और उपकरण खरीद लिए। पेट्रोल पंप मालिकों और जीबीआर यानी गिलबारको कंपनी के फिटर/मैकेनिक, कंपनी अधिकारियों और पेट्रोल पंप मालिकों से मिलीभगत करते हुए मदर बोर्ड व ऑटोमेशन सिस्टम लगाए। बताया कि एक पंप पर मदर बोर्ड बदलने और सिस्टम लगाने के लिए एक लाख की रकम मिलती थी।

पूछताछ में कई जगह का खुलासा: सतेंद्र ने पूछताछ में कई पेट्रोल पंप का नाम बताया, जहां उसने यूनिट बदली हैं। सभी जगह मदर बोर्ड बदले और ऑटोमेशन सिस्टम लगाया था। इन जगहों की लिस्ट बनाई गई है। कई अन्य आरोपी भी शामिल: एसटीएफ एएसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि सतेंद्र की तरह कई अन्य लोग भी हैं, जो इसी तरह से मदर बोर्ड बदलते हैं। इन लोगों की तलाश की जा रही है। जल्द सभी की गिरफ्तारी की जाएगी।


सॉल्वेंट बनाने वालों की तलाश में लगी एसटीएफ: बागपत और हापुड़ में पेट्रोल पंपों पर तेल का खेल पकड़ा गया है। एसटीएफ और आपूर्ति विभाग की टीम ने मुकदमे दर्ज कराए और गिरफ्तारी की गई हैं। एसटीएफ अब सॉल्वेंट सप्लाई करने वालों की तलाश में है। खुलासा हुआ है कि मोदीनगर और मेरठ में कई जगहों पर इन लोगों के गोदाम हैं, जहां से सॉल्वेंट सप्लाई किया जाता है। सॉल्वेंट सप्लाई करने वाले कई लोगों के नाम भी टीम के पास हैं। इनकी निगरानी की जा रही है। कुछ जगह वीडियो भी बनाई गई हैं। इनमें से कई आरोपी पूर्व में भी जेल जा चुके हैं। वर्ष 2019 में तेल के खेल में भी इनके खिलाफ मुकदमे हुए थे और जेल गए थे। जेल से बाहर आने के बाद दोबारा ये धंधा शुरू किया। छापेमारी के बाद जिलेभर में हड़कंप है। मेरठ और मोदीनगर में गोदामों को खाली करने के लिए टैंकर लगाए गए हैं। रात होते ही इन टैंकरों को गोदामों में लगा दिया जाता है और सॉल्वेंट को भरकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है।


नेताओं की लगवा रहे सिफारिश: जो धरपकड़ हुई, उसमें कई बड़े लोगों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं। इनमें से कई का राजनीति में काफी दखल है। ऐसे में कई बड़े नेताओं के पास सिफारिश के लिए पहुंच गए। अधिकारियों को भी कॉल कराया गया। हालांकि अफसरों ने बता दिया कि मुकदमा दर्ज हो चुका है। लेकिन बड़े स्तर पर हुई कार्यवाई के चलते किसी नेता अथवा अधिकारी सिफारिश काम नहीं आई। 

अपराधियों की विस्तृत जानकारी:
1. थाना हस्तिनापुर में 6 पर मुकदमा
सिद्धबली पेट्रोल पंप मवाना मखदूमपुर
आरोपी मैनेजर मामचंद और संजीव, सतेंद्र (मदर बोर्ड बदलने वाला), राजेंद्र प्रसाद गोयल और रीता पत्नी रामकुमार(मालिक), सुशांत मिश्रा (नायरा का अफसर)
 बरामद - एक अतिरिक्त मदर बोर्ड, दो डिस्पले, एक टोटलाइजर
2. थाना परतापुर में 4 पर मुकदमा
चंद्रप्रकाश एंड संस पेट्रोल पंप परतापुर
आरोपी ऐश्वर्य गुप्ता (मालिक), राहुल त्यागी मुरादनगर (सॉल्वेंट सप्लायर), देवेंद्र मलिक निवासी कंकरखेड़ा (मदर बोर्ड लगाने वाला आरोपी), वीरेंद्र त्रिपाठी (विक्रय अधिकारी नायरा)
बरामद - तीन डिस्पेंसिंग यूनिट यूनिट, घटतौली वाली चिप
यह मिला स्टॉक - पेट्रोल 2017 लीटर, डीजल का 14083 लीटर अतिरिक्त स्टॉक
3. थाना ब्रह्मपुरी में 3 पर मुकदमा
सालासर जी पंप माधवपुरम
आरोपी - अवनीश गोयल पुत्र कैलाश चंद गोयल (पेट्रोल पंप मालिक), संचित गोयल पुत्र अवनीश गोयल (मैनेजर), सलीम (डिवाइस लगाने का आरोपी)
बरामद- दो डिवाइस
कितना मिला स्टॉक - 605 लीटर डीजल स्टॉक कम मिला, 5256 लीटर पेट्रोल अधिक पाया गया.
4. थाना इंचौली में 2 पर मुकदमा
आरोपी - सीमा गुप्ता पत्नी राकेश गुप्ता (मालकिन), मैनेजर पति राकेश गुप्ता
बरामद - दो पाइप और अवैध रूप से लगाए यंत्र
अतिरिक्त स्टॉक - 420 लीटर और 1148 लीटर अधिक स्टॉक


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