जिस अधिशासी अभियंता ने अधीक्षण अभियंता के करोड़ों के भ्रष्टाचार को उजागर किया, वह खुद भी निलंबित हुआ 

  • [By: Meerut Desk || 2024-09-17 17:13 IST
जिस अधिशासी अभियंता ने अधीक्षण अभियंता के करोड़ों के भ्रष्टाचार को उजागर किया, वह खुद भी निलंबित हुआ 

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मेरठ। जनपद में 41 करोड़ रूपये के टेंडर में 2.5 करोड़ कमीशन लिया गया। इसका पर्दाफ़ाश विभाग के ही अधिशासी अभियंता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिटठी लिखकर किया। ग़ौरतलब है कि एशियन एक्सप्रेस लाइव डॉट कॉम ने इस रिश्वतख़ोरी और भ्रष्टाचार को उजागर करती ख़बर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। 

क्या है मामला: दरअसल अधीक्षण अभियंता विद्युत जनपद वितरण मंडल वेद प्रकाश कौशल ने उपकेंद्रों की मरम्मत व पार्कों के सुंदरीकरण के लिए 41 करोड़ रुपये का टेंडर किया। आरोप है कि टेंडर जारी करने के लिए इन्होंने ठेकेदारों से छह फीसदी अर्थात 2.5 करोड़ रुपये रिश्वत  लिए। अधीक्षण अभियंता के खिलाफ भ्रष्टाचार की अन्य शिकायतें भी विभाग को मिली हैं। रिश्वतख़ोरी और भ्रस्टाचार के इस बड़े आरोप के बाद यूपीपीसीएल के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने अधीक्षण अभियंता वेद प्रकाश कौशल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर जाँच बिठा दी हैं। निलंबन के साथ ही अधीक्षण अभियंता को एमडी दक्षिणांचल आगरा से संबद्ध किया गया है। इस मामले की जांच उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लि. द्वारा मुख्य अभियंता (जांच समिति) के माध्यम से कराने का आदेश हुआ है।

इसी मामले में वहां के अधिशासी अभियंता संगम लाल यादव को भी निलंबित कर दिया गया है। संगम लाल यादव को मुख्य अभियंता (वितरण) झांसी कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। सूत्रों के अनुसार इस मामले की शिकायत भी अधिशासी अभियंता संगम लाल यादव ने ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की थी। 

12 सितंबर को विभाग ने अधिशासी अभियंता संगम लाल यादव समेत अधीक्षण अभियंता वेद प्रकाश कौशल को पद से निलंबित कर दिया है। 

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