अभिनेता अक्षय कुमार और कंगना रानौत की राह पर रश्मिका मंदाना, बनी भाजपा प्रचारतंत्र का हिस्सा 

  • [By: PK Verma || 2024-05-18 17:41 IST
अभिनेता अक्षय कुमार और कंगना रानौत की राह पर रश्मिका मंदाना, बनी भाजपा प्रचारतंत्र का हिस्सा 

अभिनेता अक्षय कुमार और कंगना रानौत की राह पर रश्मिका मंदाना, बनी भाजपा प्रचारतंत्र का हिस्सा 

तेलुगु फ़िल्म पुष्पा और हिंदी फ़िल्म एनिमल से सुर्ख़ियों में आई अभिनेत्री रश्मिका मंदाना ने भी अन्य कई फ़िल्मी लोगों की तरह भाजपा के गुणगान में लग गई है। आजकल सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन चल रहा है जिसे रश्मिका मंदाना पर शूट किया गया है। इस वीडियो में रश्मिका मंदाना ने मुंबई और पूरे भारत में बनाए गए इंफ्रास्ट्रक्चर की तारीफ करने के लिए अपने ट्विटर पर एक नया वीडियो अपलोड किया है। उसने कहा कहा कि कुछ साल पहले यह संभव नहीं था। रश्मिका मंदाना के इस वीडियो को ट्विटर पर अपलोड करने के बाद प्रधानमंत्री ने भी रश्मिका मंदाना की प्रशंसा की है। दरअसल दो दिन पूर्व रश्मिका मंदाना ने अटल सेतु और सरकार के पिछले 10 सालों के काम का गुणगान करते हुए वीडियो पोस्ट किया। इस चुनाव में भाजपा के प्रचार विज्ञापन असफल हो रहे हैं। इसलिए रश्मिका मंदाना भाजपा के चुनावी प्रचार के लिए अराजनीतिक वीडियो के माध्यम से भाजपा की मदद कर रही है।


क्या है असली मामला: दरअसल 2020 में रश्मिका मंदाना के घर पर income tax की रेड हुई थी। और अब 2024 में रश्मिका मंदाना मोदी सरकार की तारीफ़ करती हुईं दिख रहीं हैं।

लेकिन यदि इस वीडियो का रियलिटी चेक किया जाये तो रश्मिका मंदाना की यह बात झूठ निकलती है कि मोदी सरकार से पहले देश में कुछ नहीं हुआ।  ग़ौरतलब है कि कांग्रेस ने 2009-10 की यूपीए सरकार के दौरान बहुत कम समय में मुंबई में बांद्रा से वर्ली तक विश्व स्तरीय सी लिंक का निर्माण किया। जिससे यात्रा का समय 3 गुना कम हो गया।

उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आने से पहले अखिलेश यादव ने कुछ ही महीनों में उत्तर प्रदेश में आगरा से लखनऊ तक शीर्ष स्तरीय एक्सप्रेसवे बनाया, जिसे पूरे भारत में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।

जब दिल्ली राज्य में कांग्रेस की शीला दीक्षित की सरकार थी। मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने 2005-2013 के दौरान ओवर ब्रिज, दिल्ली मेट्रो और कई बेहतरीन सड़कों सहित शानदार बुनियादी ढांचे का निर्माण किया।

लेकिन रश्मिका मंदाना ऐसा व्यवहार कर रही हैं मानो भारत में चीजें पहली बार हो रही हों। यह वही रश्मिका मंदाना है जिसने मणिपुर और महिला पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के लिए अपना मुंह नहीं खोला। दिल्ली बॉर्डर पर कई महीनों तक देश के किसानों आंदोलन किया लेकिन रश्मिका मंदाना खामोश रही। इतना ही नहीं अभी हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री के पौते प्रज्वल रेवन्ना के सेक्स स्कैंडल पर भी वह चुप थीं।

रश्मिका मंदाना ने जिस अटल सेतु के बारे में विडिओ में बताया, उसके बारे में कुछ और भी फैक्ट जान लीजिए। इसका टोल के खर्चे के बारे में सुनकर आप दंग रह जाएंगे। अगर आप कार से एक बार ब्रिज से गुजरते हैं तो आपको टोल के 250 रुपए देने होंगे और यदि आप राउंड ट्रिप यानी आना-जाना कर रहे हैं तो आपको 375 रुपए देने होंगे। जबकि रश्मिका कह रहीं हैं कि कुछ साल पहले यह कोई सोच भी सकता था क्या? अरे रश्मिका मंदाना, अपनी जनरल नॉलेज को बढ़ाओ और तब बोलो। भारत का पहला Sea Link Bridge, Bandra Worli Bridge की डॉ मनमोहन सिंह की सरकार के समय में बना था। और आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे अखिलेश यादव ने बनाया था, भूल गई है क्या। 

खैर झूठे आंकड़ों के आधार पर मोदी सरकार की तारीफ़ करना रश्मिका मंदाना की यह मज़बूरी भी हो सकती है कि वह इनकम टैक्स छापे के मामले से बच जाये। वैसे रश्मिका मंदाना से पहले अक्षय कुमार, कंगना रनौत, अनुपम ख़ैर, अमिताभ बच्चन और भी कई है जब से इन्होने मोदी सरकार की चाटुकारिता की है इनका फ़िल्मी करियर धड़ाम हो चूका है। शायद रश्मिका मंदाना भी आने वाली तेलुगु फिल्म पुष्प-2 को फ्लॉप करा कर ही मानेगी। 
 

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