चौ. चरण सिंह विवि के पूर्व कुलपति प्रो. एनके तनेजा बने सह क्षेत्र संघचालक

  • [By: PK Verma || 2024-03-18 13:33 IST

मेरठ। रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से दायित्वों में परिवर्तन और नई जिम्मेदारी की सूचना जारी की गई है। संघ के पश्चिम क्षेत्र में लंबे समय तक क्षेत्र प्रचारक रहे आलोक कुमार को बड़ी ज़िम्मेदारी दी गई है। उन्हें अब सह सर कार्यवाह बनाया गया है। दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के दायित्वों में बड़ा फेरबदल किया गया है। लंबे समय तक क्षेत्र प्रचारक रहे आलोक कुमार को संघ में बड़ी जिम्मेदारी देते हुए अखिल भारतीय सह सर कार्यवाह बनाया गया है। वहीं, चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ के पूर्वकुलपति और वर्तमान में संघ के सह प्रांत संघचालक प्रो एनके तनेजा को सह क्षेत्र संघचालक बना दिया गया है। इसी तरह ब्रज क्षेत्र के प्रांत प्रचारक हरीश रौतेला को पश्चिम क्षेत्र का सह क्षेत्र संपर्क प्रमुख बनाया गया है।

नई कार्यकारिणी में 6 सह सर कार्यवाह की नियुक्ति: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने नई कार्यकारिणी में छह  सह सर कार्यवाह की नियुक्ति की घोषणा की है। इसके अंतर्गत 2024-2027 के लिए आलोक कुमार, कृष्ण गोपाल, मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर और अतुल लिमये को सह सर कार्यवाह बनाए जाने की घोषणा की गई है। दूसरी और मेरठ के सह प्रांत संघचालक प्रो. एनके तनेजा को पश्चिम क्षेत्र का सह क्षेत्र संघचालक बनाया गया है। इसके अतिरिक्त ब्रज के प्रांत प्रचारक हरीश रौतेला को सह क्षेत्र संपर्क प्रमुख बनाया गया है। उनके स्थान पर अब धर्मेंद्र ब्रज के प्रांत प्रचारक होंगे। 

पूर्व कुलपति प्रो. एनके तनेजा बने सह क्षेत्र संघचालक: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने चौधरी चरण सिंह विवि मेरठ के पूर्व कुलपति प्रो. एनके तनेजा को नई ज़िम्मेदारी देते हुए उन्हें पश्चिम क्षेत्र का सह क्षेत्र संघचालक नियुक्त किया है। ग़ौरतलब है इससे पूर्व प्रो. तनेजा संघ में मेरठ के सह प्रांत संघचालक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे। 

प्रो. तनेजा का कुलपति के रूप में कार्यकाल: प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में ही शिक्षक रहे। वह एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री रहे है। प्रो. तनेजा ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में 4 बार कुलपति के रूप में अपनी सेवाएं दी। 13 सिंतबर 2010 से 12 अक्टूबर 2010 तक वह पहली बार विश्वविद्यालय के अस्थाई कुलपति रहे। 5 नवंबर 2010 से 26 मई 2011 तक वह विश्वविद्यालय के दूसरी बार अस्थाई कुलपति रहे। 4 अगस्त 2015 को उन्हें 3 साल के लिए स्थाई कुलपति नियुक्त किया गया। तीन साल पूरा होने पर उन्हें 2018 में फिर से स्थाई कुलपति नियुक्त किया गया। वह 4 अगस्त 2015 से 24 दिसंबर 2021 तक लगातार चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति रहे। विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि एक व्यक्ति को चार बार कुलपति के पद नियुक्त किया गया। यह रिकॉर्ड अभी तक प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा के ही पास है। 

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