भ्रष्टाचार खुलने के डर से सहायक अभियंता की नियुक्ति से संबंधित जनसूचना का ज़वाब नहीं दे रहा चौ. चरणसिंह विवि

  • [By: Meerut Desk || 2024-11-14 14:20 IST
भ्रष्टाचार खुलने के डर से सहायक अभियंता की नियुक्ति से संबंधित जनसूचना का ज़वाब नहीं दे रहा चौ. चरणसिंह विवि

मेरठ। आरटीआई एक्टिविस्ट आदेश कुमार त्यागी ने 13 अगस्त 2024 को चौ. चरणसिंह विवि के जनसूचना अधिकारी से विवि के सहायक अभियंता मनीष मिश्रा की फ़र्जी दस्तावेज़ों के आधार पर हुई नियुक्ति के बाबत कुछ जनसूचना प्राप्त करने के लिए आवेदन किया था। लेकिन सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अंतर्गत समय सीमा पूरी गुजर जाने के बाद भी चौ. चरणसिंह विवि के जनसूचना अधिकारी ने कोई ज़वाब नहीं दिया। 

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जनसूचना का जवाब नहीं मिलने पर आरटीआई एक्टिविस्ट आदेश कुमार त्यागी ने 25 सितंबर 2024 को विवि के प्रथम अपीलीय अधिकारी कार्यालय में आवेदन किया। लेकिन यहां से भी कोई जवाब नहीं मिला। जानकारों का कहना है कि निर्माण विभाग में सहायक अभियंता के पद पर मनीष मिश्रा की नियुक्ति नियमों में फेरबदल कर और कई नियमों को दरकिनार कर की गई है। इस विवादित नियुक्ति से संबंधित दर्जन भर से अधिक शिकायतें राजभवन, उच्च शिक्षा आयोग और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की गई है। जिसको विवि प्रशासन दबाकर बैठ गया है। इन्ही सभी बातों के चलते भ्रष्टाचार खुलने के डर से विवि प्रशासन विवि के निर्माण विभाग के सहायक अभियता (सिविल) की नियुक्ति से संबंधित किसी भी जनसूचना का जवाब नहीं दे रहा है। 

फ़र्जी प्रमाणपत्र और सहायक अभियंता (सिविल) पद पर नियुक्ति: दरअसल आवदेन के प्रपत्रों में विवि के पूर्व अवर अभियंता मनीष मिश्रा ने कंप्यूटर प्रशिक्षण का एक फर्जी और हाथ से बना कूटरचित प्रमाणपत्र लगाया था। फ़र्जी प्रमाण पत्र के बावजूद मनीष मिश्रा की सहायक अभियंता (सिविल) के पद पर नियुक्ति कर दी गई। यह भी उच्च जाँच का विषय है। और अगर इसकी निष्पक्ष जाँच हुई तो कई अधिकारियों की गर्दन फंस सकती है। 

आरटीआई एक्टिविस्ट आदेश कुमार त्यागी ने निम्न बिंदुओं पर चौ. चरणसिंह विवि के जनसूचना अधिकारी और प्रथम अपीलीय अधिकारी से जवाब मांगा था जिसका जवाब नहीं दिया गया। अब आवेदनकर्ता ने सूचना आयोग लखनऊ के कार्यालय में जनसूचना का जवाब प्राप्त करने के लिए आवेदन किया है है। 

  1. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा जारी विज्ञापन संख्या NNTP/01/2019-2020 का IQAC की बैठक में अनुमोदन (संलग्नकों सहित) की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।
  2. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ के IQAC की बैठक 18 अप्रैल 2017 के बिंदु संख्या 2 में ग़ैर शैक्षिणक टेक्निकल पदों पर विज्ञापन हेतू कुलपति जी द्वारा गठित समिति की सन्तुतियां तथा विज्ञापन सामग्री, पदों के विवरण एवं इससे सम्बंधित अन्य अभिलेखों की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।
  3. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा सहायक अभियंता (सिविल) के पद की भर्ती हेतू कितनी बार और किन-किन समाचार पत्रों में विज्ञापन (मूल एवं संशोधित) प्रकाशित कराये गए। सभी विज्ञापन की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराये।
  4. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा जारी विज्ञापन संख्या NNTP/01/2017 की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।
  5. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा जारी विज्ञापन संख्या NNTP/01/2019-2020 की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।
  6. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ की कार्य परिषद् द्वारा सहायक अभियंता (सिविल) के पद के लिए अनुमोदित भर्ती की नियमावली की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।
  7. उच्च शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ को सहायक अभियंता (सिविल) के पद की भर्ती के नियम संबंधी शासनादेश की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।
  8. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा जारी विज्ञापन संख्या NNTP/01/2017 के अंतर्गत सहायक अभियंता (सिविल) के पद के लिए प्राप्त सभी आवेदन पत्रों की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।
  9. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा जारी विज्ञापन संख्या NNTP/01/2019-2020 के अंतर्गत सहायक अभियंता (सिविल) के पद के लिए प्राप्त सभी आवेदन पत्रों की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।
  10. विज्ञापन संख्या NNTP/01/2017 एवं विज्ञापन संख्या NNTP/01/2019.2020 के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों में शैक्षिक एवं तकनीकी योग्यता एवं अनुभव में कितने आवेदक विवि में नियुक्त किये गए सहायक अभियंता (सिविल) से मेरिट में ऊपर थे। इस सूची की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।
  11. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ के निर्माण विभाग में सहायक अभियंता (सिविल) के पद के लिए बीटेक की डिग्री मान्य होती है अथवा डिप्लोमा। कृपया प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध कराएं।
  12. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ के निर्माण विभाग में नियुक्त किये गए सहायक अभियंता (सिविल) चार वर्षीय बीटेक डिग्री धारक है अथवा नहीं। कृपया प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध कराएं।
  13. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ के निर्माण विभाग में नियुक्त किये गए सहायक अभियंता (सिविल) के पास 6 माह के कंप्यूटर कोर्स का सर्टिफिकेट है अथवा नहीं। कृपया प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध कराएं।
  14. विवि के निर्माण विभाग में सहायक अभियंता (सिविल) के पद पर नियुक्त अभियंता के पास चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ में अवर अभियंता के पद पर कितने वर्ष कार्य करने का अनुभव है। इसकी सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।
  15. चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ के निर्माण विभाग में नियुक्त किये गए सहायक अभियंता (सिविल) से सम्बंधित राजभवन उत्तर प्रदेश, मुख्यमंत्री कार्यालय उत्तर प्रदेश एवं अन्य विभागों द्वारा चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय प्रशासन को जांच हेतू निर्देशित किया है। उन तमाम शिकायतों की सत्यापित प्रतिलिपि उपलब्ध कराएं।

भ्रष्टाचार और विवादित नियुक्ति का पर्दाफाश होने के डर से चौ. चरणसिंह विवि प्रशासन ने किसी भी जनसूचना का जवाब आज की तारीख़ तक नहीं दिया है। 

विवि में कमीशनखोरी की पराकाष्ठा: इन दिनों चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी में कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार चरम की पराकाष्ठा पर है। अभी कुछ दिन पूर्व ही विवि की कुलपति संगीता शुक्ला, वित्त अधिकारी रमेश निरंजन, केंद्रीय पुस्तकालय अध्यक्ष जे ए सिद्दीकी, सहायक अभियंता मनोज मिश्रा और संदीप के फोटो लगे 300 करोड़ रूपये के गबन के शहर भर में पोस्टर चस्पा किये गए थे। देश भर की मीडिया ने इस भ्रष्टाचार पर प्रमुखता के साथ खबर छापी थी। 

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