चौ० चरण सिंह विवि में कुलपति समेत 5 पर 300 करोड़ के घोटाले का आरोप, पोस्टरों से मचा हड़कंप

  • [By: Meerut Desk || 2024-09-10 14:40 IST

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मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर और आसपास की इमारतों पर सोमवार को विवि प्रशासन के 5 अधिकारियों के ख़िलाफ़ 300 करोड़ रूपये के ग़बन के पोस्टर लगाये गये हैं। सूचना मिलते ही सक्रिय हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने  पोस्टरों को हटवा दिया। रजिस्ट्रार धीरेन्द्र कुमार ने ने इस घटना को  विश्वविद्यालय की छवि खराब करने की साजिश करार देते हुए जांच आदि कराकर मुक़दमा दर्ज कराने की बात कही। इधर, छात्र प्रतिनिधियों द्वारा भी घटना की निंदा करते हुए इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन से कड़ा एक्शन लेने की मांग की। साथ ही कहा कि विश्वविद्यालय का नाम खराब होने से छात्रों के भविष्य को भी नुकसान है।

विश्वविद्यालय के खलनायक: दरअसल विश्वविद्यालय परिसर में सोमवार को उन पोस्टरों से हड़कंप मच गया। जिसमे विलेंस ऑफ़ सीसीएसयू (चौ० चरण सिंह विश्वविद्यालय के खलनायक) की हेडलाइन के साथ कुलपति संगीता शुक्ला, पुस्तकालय अध्यक्ष जमाल अहमद सिद्दीकी, सहायक अभियंता मनीष मिश्रा, वित्त अधिकारी रमेश चंद निरंजन और नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर संदीप अग्रवाल के नाम और तस्वीरें प्रकाशित की गयी हैं। इन पांचों पर विवि के 300 करोड़ के गबन करने का आरोप लगाया गया है। इन 5 अधिकारियों के नाम, पद और फोटों के साथ साथ नीचे एक लाइन लिखी है: हम पांचों ने विश्वविद्यालय 300 करोड़ रुपया लूट लिया। 

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आनन-फानन में एक्शन लेते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन पोस्टरों को हटवा दिया। पोस्टरों को तो हटवा दिया गया लेकिन विश्वविद्यालय के 5 अधिकारियों पर लगे 300 करोड़ रूपये के भ्रष्टाचार के आरोपों को हटाना आसान नहीं होगा। क्योंकि अभी एक सप्ताह पूर्व ही भारतीय जनता पार्टी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने भी कुलपति, वित्त अधिकारी सहायक अभियंता समेत कई अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे तथ प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल से जाँच कराकर सख़्त कार्यवाही की मांग की थी। यानी धुआ वहीँ निकलता है जहां आग लगी होती है।  इस संबंध में विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार ने कहा कि जो भी यह सब कर रहा है, सीसीटीवी फुटेज से उसकी पहचान करके जल्द ही उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी। 

विश्वविद्यालय प्रशासन ने अज्ञात के ख़िलाफ़ मेडिकल थाने में एक मुक़दमा दर्ज़ कराया है। विश्वविद्यालय प्रवक्ता एम० के० गुप्ता के अनुसार:

विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल करने ले लिए कुछ असामाजिक तत्वों ने जगह जगह इस पोस्टरों को चिपकाया है। हमने पुलिस में शिकायत की हैं। 

एशियन एक्सप्रेस संवाददाता ने जब इस पूरे मामले के बारे में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह से पूछा तो उन्होंने बताया:

जैसे ही हमें इस प्रकरण के बारे में जानकारी मिली हमने घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू कर दी हैं। जल्द ही उपद्रवियों की पहचान कर ली जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

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