फर्जी मार्कशीट से नौकरी पाने वाली प्रोफेसर बर्खास्त, दर्ज़ हुआ मुकदमा

  • [By: Lucknow Desk || 2024-04-13 13:38 IST
फर्जी मार्कशीट से नौकरी पाने वाली प्रोफेसर बर्खास्त, दर्ज़ हुआ मुकदमा

लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी पाने वाली सहायक प्रोफेसर डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना पर मुकदमा दर्जकर लिया गया है। 

लखनऊ में भाषा विश्वविद्यालय की कुलसचिव भावना मिश्र ने बर्खास्त सहायक प्रोफेसर डॉ. ताबिंदा सुल्ताना के खिलाफ सैरपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि ताबिंदा सुल्ताना ने एमए की फर्जी मार्कशीट लगा कर नौकरी हासिल की थी। भाषा विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में सहायक प्रफेसर के पद पर डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना तैनात थीं। उनकी नियुक्ति पूर्वकुलपति प्रो. महरुख मिर्जा के कार्यकाल में की गई थी। डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना के शैक्षिक प्रमाण पत्र व अन्य दस्तावेजों की भी जांच की जा रही थी। जांच में सामने आया कि ताबिन्दा सुल्ताना ने मानव भारतीय विश्वविद्यालय, सोलन, हिमाचल प्रदेश से एमए करने का दावा किया था। डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना की एमए की मार्कशीट मानव भारतीय विश्वविद्यालय जांच के लिए भेजी गई थी।

कुलसचिव भावना मिश्रा के मुताबिक 30 जून 2023 को मानव भारतीय  विश्वविद्यालय से लिखित जानकारी उपलब्ध कराई गई कि डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना नाम की किसी छात्रा का एमए का अंकपत्र प्रवेश रजिस्टर और ग्रीन शीट रजिस्टर में दर्ज नहीं है।

कई चरणों की जांच के बाद सामने आए साक्ष्यों के आधार पर विवि की कार्यपरिषद ने 10 मार्च 2024 को फैसला लिया कि आरोपित डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना राजनीति विज्ञान विभाग में आर्हता नहीं रखती हैं। लिहाजा कार्यपरिषद में उन्हें बर्खास्त करते हुए एफआईआर दर्ज़ कराने का निर्णय लिया गया।

कुलसचिव भावना मिश्रा के मुताबिक आरोपित डॉ. ताबिन्दा नेकूटरचित दस्तावेजों का प्रयोग कर धोखाधड़ी की। गलत तरीके से वेतन लिया।

इंस्पेक्टर सैरपुर जितेन्द्र कुमार ने बताया कि कुलसचिव की तहरीर पर धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने की धारा में मुकदमा दर्जकिया गया है।

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