जुगाड़ से अपने से तीन साल सीनियर अधिकारी को पीछे कर रमेश निरंजन के चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी मेरठ में वित्त अधिकारी बनने की कहानी 

  • [By: Lucknow Desk || 2024-11-12 16:32 IST
जुगाड़ से अपने से तीन साल सीनियर अधिकारी को पीछे कर रमेश निरंजन के चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी मेरठ में वित्त अधिकारी बनने की कहानी 

जुगाड़ से अपने से तीन साल सीनियर अधिकारी को पीछे कर रमेश निरंजन के चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी मेरठ में वित्त अधिकारी बनने की कहानी 

मेरठ। आँखों पर काला चश्मा और गले में भारी भरकम सोने की मोटी चैन के साथ शर्ट के दो बटन खोलकर फोटो खिचाने के शौक़ीन रमेश निरंजन चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी मेरठ में वित्त अधिकारी बनने से पहले मेरठ विकास प्राधिकरण में वित्त नियंत्रक के पद पर कार्यरत रहे थे। चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी के वित्त अधिकारी का तबादला होने पर रमेश निरंजन को विवि के वित्त अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार मिल गया। 

लेकिन जब चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी में नियमित वित्त अधिकारी की नियुक्ति की बारी आई तो ऐसे में रमेश निरंजन ने लखनऊ में अपने जुगाड़ और सेटिंग से चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी के वित्त अधिकारी के पद पर नियमित नियुक्ति करवा ली। जबकि चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी के वित्त अधिकारी के पद पर रमेश निरंजन से 3 साल सीनियर एक अधिकारी की नियुक्ति होनी थी। 

लेकिन अपने लखनऊ संबंधों के चलते रमेश निरंजन ने बाजी मार ली। और खुद 3 साल जूनियर अधिकारी होते हुए खुद की पोस्टिंग चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी में वित्त अधिकारी के पद पर करवा ली। ग़ौरतलब है की वर्तमान में मेरठ विकास प्राधिकरण में वित्त नियंत्रक के पद पर कार्यरत अधिकारी 1994 बैच और रमेश निरंजन 1997 बैच के अधिकारी है। 

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यूनिवर्सिटी में कमीशनखोरी चरम की पराकाष्ठा पर: इन दिनों चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी में कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार चरम की पराकाष्ठा पर है। अभी कुछ दिन पूर्व ही विवि की कुलपति संगीता शुक्ला, वित्त अधिकारी रमेश निरंजन, केंद्रीय पुस्तकालय अध्यक्ष जे ए सिद्दीकी, सहायक अभियंता मनोज मिश्रा और संदीप के फोटो लगे 300 करोड़ रूपये के गबन के शहर भर में पोस्टर चस्पा किये गए थे। देश भर की मीडिया ने इस भ्रष्टाचार पर प्रमुखता के साथ खबर छापी थी। ग़ौरतलब है कि इस सनसनीखेज़ आरोपों के पोस्टर शहर भर में चिपकने और देश भर की तमाम मीडिया में प्रकाशित होने के बाद चौ चरणसिंह यूनिवर्सिटी मेरठ की छवि को गहरा धक्का लगा था। 

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