विश्वविद्यालय में कागजों में नौकरी की आरोपी आउटसोर्सिंग कंपनी के ख़िलाफ़ कार्यवाही कब

  • [By: Meerut Desk || 2024-09-09 15:13 IST
विश्वविद्यालय में कागजों में नौकरी की आरोपी आउटसोर्सिंग कंपनी के ख़िलाफ़ कार्यवाही कब

मेरठ। चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय परिसर में दीक्षांत समारोह से एक दिन पूर्व भारतीय जनता पार्टी के छात्र-संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय में व्याप्त तमाम भ्रष्टाचार ख़िलाफ़ हल्ला बोल आंदोलन का आयोजन किया। सैकड़ों छात्रों और एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कुलपति कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया और भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ हल्ला बोल दिया। एबीवीपी ने आउटसोर्सिंग कंपनी जीए डिजिटल वेब वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड के ख़िलाफ़ भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और परिसर में कागजों पर नौकरी करवाने का आरोप लगाया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने 3 सितम्बर को प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति को 100 भ्रष्टाचारों की सूची और सबूत सौंपे और कड़ी कार्यवाही की मांग की। 

भाजपा से जुड़े मनोज चौधरी ने कागजों में नौकरी कराकर वेतन वसूलने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करने की बात कही। 

यह ख़बर भी पढ़ें: कुलाधिपति/राज्यपाल से एबीवीपी की दो घंटे वार्ता, विवि में भवन-निर्माण में भारी भ्रष्टाचार समेत 100 सबूत सौंपे।

एबीवीपी कार्यकर्ताओं के हल्ला बोल से पहले भी राजभवन में यूनिवर्सिटी की आउटसोर्सिंग कंपनी जीए डिजिटल वेब वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड के ख़िलाफ़ शिकायत की गई है कि विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा 80 सफाईकर्मी में से 60 से अधिक सिर्फ़ कागज़ों में हैं। भौतिक रूप से विश्वविद्यालय परिसर में नहीं आते। अटेंडेंस के नाम पर भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। बिना काम करे ही आउटसोर्सिंग कंपनी और विश्वविद्यालय के अधिकारियों की मिलीभगत से लाखों रूपये की की बंदरबाट हो रही है। इसके अतिरिक्त आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा 60 के आसपास लिपिकीय और कंप्यूटर ऑपरेटर के पास पर्याप्त योग्यता भी नहीं। कई कंप्यूटर ऑपरेटर के पास कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज भी नहीं है। आउटसोर्सिंग कंपनी ने अयोग्य लोगों को यूनिवर्सिटी परिसर में घुसा दिया है। 

यह ख़बर भी पढ़ें: दीक्षांत समारोह से एक दिन पहले चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में एबीवीपी का हल्ला बोल

भाजपा के छात्र-संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आउटसोर्सिंग कंपनी की राज्यपाल से की शिकायत: चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में कार्य कर रही आउटसोर्सिंग कंपनी जीए डिजिटल वेब वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली के द्वारा हो रही समस्त भर्ती तुरंत निरस्त कर उच्च स्तरीय जाँच की जाये। इस आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा कई लोगों से कागज़ों में नौकरी करवाई जा रही है एवं फ़र्जी तरीके इन कर्मचारियों की उपस्थिति और वेतन भुगतान के फ़र्जी बिल प्रस्तुत किये जा रहे है। कई कर्मचारी सिर्फ़ कागज़ों में नौकरी कर रहे है। इनमे प्रमुख रूप से कुलपति कार्यालय का तथाकथित कर्मचारी मौ० नासिर और लेखा विभाग की तथाकथित कर्मचारी रूबी रानी है। ये दोनों फ़र्जी कर्मचारी विश्वविद्यालय परिसर में नहीं वरन कुलपति के मूल निवास/आवास ग्वालियर मध्य प्रदेश में घरेलू कार्य करते है। एबीवीपी ने इन फर्जी कर्मचारियों को किये गए वेतन भुगतान की रिकवरी आउटसोर्सिंग कंपनी से करने की भी मांग की है। 

चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के सहायक कुलसचिव संजीव चौहान ने हमारे संवाददाता को बताया कि जीए डिजिटल वेब वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड को जुलाई माह में लगभग 30 लाख रूपये का भुगतान किया गया है। 60 क्लेरिकल एवं कंप्यूटर ऑपरेटर कर्मी को 18500 रूपये प्रतिमाह प्रति कर्मी और 80 सफाईकर्मियों को 7700 रूपये प्रतिमाह प्रति कर्मी निर्धारित है।

यह ख़बर भी पढ़ें: सीसीएस यूनिवर्सिटी मेरठ की कुलपति के ख़िलाफ़ ग़बन/भ्रष्टाचार के आरोप में हाई कोर्ट में जनहित याचिका 

चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के लेखाधिकारी से जब आउटसोर्सिंग कंपनी जीए डिजिटल वेब वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटे को किये गए भुगतान एवं कर्मचारियों की योग्यता एवं वेतन आदि के बारे में पूछा तो उन्होंने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि तमाम जानकारी या तो लिखित में मांगिए अथवा सामान्य विभाग से संपर्क करें। 

विवि से मांगी जनसूचना: सामाजिक कार्यकर्ता और आरटीआई एक्टिविस्ट आदेश कुमार ने चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अंतर्गत विवि में काम कर रही आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा उपलब्ध कराये गए कर्मियों, उनकी उपस्थिति और वेतन एवं निविदा आदि के बारे में जानकारी मांगी है। आदेश कुमार ने कहा कि सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के अनुसार विवि प्रशासन से आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा उपलब्ध कराये गए कर्मियों की शैक्षिक योग्यता, टेक्निकल योग्यता और अनुभव से सम्बंधित प्रपत्रों की प्रामाणिक छायाप्रति उपलब्ध कराने के लिए सूचना के अधिकार का पत्र भेजा गया है। 

TAGS

#

SEARCH

RELATED TOPICS