मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के ख़िलाफ़ महाभियोग की तैयारी
- [By: Asian Express Live || 2024-01-29 16:42 IST
भारत विरोधी रुख देखने के बाद मालदीव में राष्ट्रपति मुइज्जू को विपक्ष का हमला झेलना पड़ रहा है। अब विपक्षी दलों का कहना है कि राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग चलाने की तैयारी चल रही है। मालदीव के चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू अब तक जमकर भारत का ही विरोध कर रहे थे लेकिन अब उनका देश में भी तानाशाही रवैया सामने आ रहा है। उन्होंने विपक्षी दलों को संसद में घुसने से ही रोक दिया। वहीं कैबिनेट के चार सदस्यों को लेकर विपक्षी की मंजूरी ना मिलने की वजह से मालदीव की संसद में जमकर हंगामा हुआ और सांसदों के बीच जूते-चप्पल चले मारपीट हो गई। राष्ट्रपति मुइज्जू के भी सांसद इस मारपीट मेंपीटे गए। अब विपक्षी दलों का कहना हैकि उनके पास राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग चलानेके लिए पर्याप्त समर्थन है और वे जल्द ही उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने जा रहे हैं।
मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी के पास संसद में सबसे ज्यादा सीटें हैं। पार्टी का कहना हैकि राष्ट्रपति मुइज्जू पर महाभियोग चलाने के लिए उसने पर्याप्त हस्ताक्षर इकट्ठा कर लिए हैं। दूसरे सहयोगियों के साथ मिलकर राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी हो रही है। विपक्षी दलों ने अब तक प्रस्ताव बनाया नहीं है। एक दिन पहले ही मालदीव की संसद का वीडियो सामने आया था। इसमें पक्ष और विपक्ष के सांसद भिड़ते हुए दिखाई दे रहे थे। दरअसल चीन समर्थक मुइज्जू और विपक्षी दलों के बीच कैबिनेट मेंबर्सकी मंजूरी को लेकर मतभेद है। एमडीपी नेचार सदस्यों को मंजूरी नहीं दी थी। इसके बाद राष्ट्रपति मुइज्जूके सांसदों ने संसद में प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद सांसद अब्दुल्ला शाहीम अब्दुल हकीम शाहीम और अहमद ईसा आपस में भिड़ गए। शाहीम को चोट भी आई है। झड़प के दौरान वे लड़ते-लड़ते एमडीपी और डेमोक्रेट्स ने पहले ही फैसला कर लिया था कि वे मुइज्जू कैबिनेट के लिए चार सदस्यों को मंजूरी नहीं देंगे। वहीं मालदीव में मुइज्जू की भी गठबंधन सरकार है। ऐसे में उन्हें पर्याप्त सांसदों के समर्थन की जरूरत है। इसी बीच सत्ताधारी पार्टी ने स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। स्पीकर पर आरोप लगाया गया कि विशेष पार्टी का समर्थन करने के लिए वह अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर रहेहैं।
भारत के विरोध को लेकर मालदीव का विपक्ष चिंतत है। पूर्वराष्ट्रपति ने भी राष्ट्रपति मुइज्जू के सांसदों द्वारा प्रधानमंत्री मोदी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का विरोध किया था। जब से मुइज्जू और भारत आमने-सामने आए हैं तब से ही मालदीव का विपक्ष सत्ता पर ज्यादा आक्रामक दिख रहा है। बीते साल 17 नवंबर को राष्ट्रपति बनते ही चीन समर्थक राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया था। उन्होंने भारत से कहा था कि अपनी सेना को मालदीव से वापस बुला ले। उनका कहना था कि मालदीव के लोगों ने उन्हें इसीलिए जनादेश दिया है।
RELATED TOPICS
- भ्रष्टाचार के मामले में संपत्ति ज़ब्त और मौत की सज़ा
- गौतम अडानी और 7 अन्य अधिकारियों पर अमेरिका में $250m की कथित रिश्वत के लिए आपराधिक अभियोग लगा
- राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमेरिकी हिंदुओं ने की डोनाल्ड ट्रंप की जमकर तारीफ़
- इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर ड्रोन से हमला
- पाकिस्तान में आयोजित एससीओ बैठक में एस जयशंकर ने चीन और पाकिस्तान को जमकर लताड़ा
- पिछले 40 सालों में सबसे खराब दौर में पहुंचे भारत और कनाडा के रिश्ते
- भारत आकर मुइज्जू के बदले तेवर, कई अहम् समझौतों पर हस्ताक्षर
- ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई ने मुस्लिम देशों से एकजुटता की अपील
- उत्तर कोरिया में 30 नाकाम अफसरों को किम जोंग ने सुनाई फांसी की सजा
- नेपाल में भी घर वापसी, एक साथ 2000 लोगों ने पुनः अपनाया सनातन धर्म
- हर साल 25 वर्जिन लड़कियों संग अय्याशी करता है तानाशाह
- समय पर टैक्स नहीं भरने पर मोबाइल सिम होगा ब्लॉक
- कोविशील्ड से जम सकता है खून का थक्का; वैक्सीन कंपनी एस्ट्राजेनेका ने साइड इफेक्ट्स की बात मानी
- कांग्रेस के बैंक खाते सीज़ करने और केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर अमेरिका भी कूदा
- केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी और अमेरिका का भारत को ज्ञान
- पाकिस्तान की पहली हिंदू उम्मीदवार डॉ सवीरा प्रकाश लड़ रही चुनाव
- कर्नाटक के एक बोर्डिंग स्कूल की 14 वर्षीय छात्रा ने बच्चे को दिया जन्म
- नन और पादरी भी देखते हैं पोर्न: पोप फ्रांसिस
- ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 साल की उम्र में निधन