बाबासाहब को अपने जीवन में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा: मोहन भागवत 

  • [By: Meerut Desk || 2025-04-14 16:52 IST
बाबासाहब को अपने जीवन में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा: मोहन भागवत 

कानपुर:राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने हिंदू समाज को एकजुट करनेके लिए डॉ. भीमराव आंबेडकर के आजीवन प्रयासों की सोमवार को प्रशंसा करतेहुए कहा कि बचपन सेही कठिनाइयों का सामना करनेके बावजूद वह सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय विकास के लिए प्रतिबद्ध रहे। 

यहां करावलो नगर में नवनिर्मित चार मंजिला संघ के क्षेत्रीय कार्यालय 'केशव भवन' के उद्घाटन के अवसर अपने संबोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने कहा कि बाबासाहब को अपने जीवन में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। बचपन से ही उन्हें भेदभाव और असमानता का सामना करना पड़ा। फिर भी उन्होंने अपने पूरे जीवन में हिंदू समाज को एकजुट करने का प्रयास किया। सामाजिक एकता और प्रगति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सभी के लिए प्रेरणा है। 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने बाबा साहेब आंबेडकर और संघ संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के बीच समानताएं भी बताईं तथा कहा कि दोनों व्यक्तियों ने अपना जीवन समाज के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया एवं राष्ट्रीय विकास के लिए एक ही दृष्टिकोण रखा।

सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर और केशव हेडगेवार दोनों ने जीवन भर हिंदू समाज के लिए काम किया। उन्होंने एक मजबूत और विकसित भारत का सपना देखा। उन्होंने इसे सौभाग्य बताया कि संघ के नए केशव भवन का उद्घाटन आंबेडकर जयंती के दिन हुआ। भागवत नेकहा, यह हमारा सौभाग्य है कि आज बाबासाहब की जयंती पर हम केशव भवन का उद्घाटन कर रहे हैं। जब डॉ आंबेडकर एक बार महाराष्ट्र के कराड में संघ की शाखा में शामिल हुए थे, तो उन्होंने कहा था की कुछ मामलों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मुझेयहां अपनापन महसूस होता है। हिंदू के रूप में पहचान रखने वालों की जिम्मेदारियों को रेखांकित करते हुए संघ प्रमुख ने कहा, जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे देश और समाज के लिए जवाबदेह हैं। एक दिन उनसे पूछा जाएगा कि उन्होंने भारत के लिए क्या किया। हिंदू समाज को इस जिम्मेदारी के लिए तैयार रहना चाहिए। संघ अपने काम के जरिए राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है।

SEARCH

RELATED TOPICS