कारसेवकों पर गोली चलाने का सरकार का फैसला सही था: स्वामी प्रसाद मौर्य

  • [By: Meerut Desk || 2024-01-10 14:22 IST
कारसेवकों पर गोली चलाने का सरकार का फैसला सही था: स्वामी प्रसाद मौर्य

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित रहते है। एक बार फिर स्वामी प्रसाद मौर्य के बिगड़े बोल सामने आए हैं।  स्वामी प्रसाद मौर्य ने  कहा कि कारसेवकों पर तत्कालीन समाजवादी पार्टी की मुलायम सिंह यादव सरकार ने संविधान और कानून की रक्षा के लिए अराजक तत्वों पर देखते ही गोली मारने के आदेश दिए थे। उस समय तत्कालीन सरकार ने अपना कर्तव्य निभाया था। मुलायम सिंह यादव का वह फैसला सही था। 

समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जिस समय अयोध्या में राम मंदिर पर घटना घटी थी, वहां पर बिना किसी न्यायपालिका और प्रशासनिक के आदेश के बड़े पैमाने पर आराजतक तत्वों ने तोड़फोड़ कर दी थी। इस पर तत्कालीन सरकार ने संविधान और कानून की रक्षा के लिए, अमन और चैन कायम करने के लिए गोलियां चलवाई थीं। गौरतलब है कि अब से 33 साल पहले सन् 1990 में अयोध्या के हनुमान गढ़ी जा रहे कारसेवकों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं थीं। उस समय उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी, मुलायम सिंह यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उन दिनों प्रशासन ने अयोध्या में कर्फ्यू लगाया हुआ था, इसके चलते श्रद्धालुओं को एंट्री नहीं दी जा रही था।  लेकिन फिर भी साधु-संत अयोध्या की तरफ कूच कर रहे थे। बाबरी मस्जिद के 1.5 किलोमीटर के दायरे में पुलिस ने बैरिकेडिंग की हुई थी। इसी दौरान कारसेवकों की भीड़ बेकाबू हो गई थी। 30 अक्तूबर, 1990 को पहली बार कारसेवकों पर गोलियों चलीं। गोली लगने से पांच की मौत हो गई थी। इसके बाद से अयोध्या से देशभर का माहौल गर्मा गया था। गोलीकांड के दो दिन बाद ही दो नवंबर को हजारों कारसेवक हनुमान गढ़ी के पास पहुंच गए। इस घटना के दो साल बाद छह दिसंबर, 1992 में विवादित ढांचे को गिरा दिया गया। सन् 1990 में हुए गोलीकांड के 23 साल बाद जुलाई 2013 में मुलायम सिंह ने एक बयान देकर कहा था कि उन्हें गोली चलवाने का बहुत अफसोस है, लेकिन उस समय उनके पास अन्य कोई विकल्प मौजूद नहीं था।  

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