पीडब्लूडी अधिकारियों और ठेकेदार ने कोटला निवासियों/व्यापारियों की जिंदगी की नर्क, व्यापार ठप्प

  • [By: Meerut Desk || 2024-07-29 18:24 IST
पीडब्लूडी अधिकारियों और ठेकेदार ने कोटला निवासियों/व्यापारियों की जिंदगी की नर्क, व्यापार ठप्प

शासन की परियोजनाओं को समय पर पूरा कराने में पूरी तरह नाकाम पीडब्लूडी अधिशासी अभियंता सतेंद्र कुमार।

मेरठ। दो साल से अधिक हो गए लेकिन पीडब्लूडी अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से कोटला बाज़ार का व्यापार और कोटला निवासियों की जिंदगी नर्क बनकर रह गई है। पीडब्लूडी के नाकाम अधिकारियों के चलते ठेकेदार ने सड़क पर निर्माण सामग्री फैला रखी है। स्कूटर-बाइक रोड़ी पर फिसल कर गिर रहे है। लोग चोटिल हो रहे है। दो दिन काम करके ठेकेदार काम बंद कर देता है। क्योंकि ठेकेदार के पास कई और निर्माण ठेके है। मजदूरों को दूसरे निर्माण स्थल पर भेज देता है। कोटला व्यापार संघ और निवासियों ने कई बार लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में अधिशासी अभियंता से शिकायत की लेकिन अधिशासी अभियंता काम जल्द पूरा करवाने का जूठा वादा कर देते है। होता कुछ नहीं। बरसात के चलते कोटला बाजार में जिंदगी नर्क से भी बदतर हो जाती है। कोई कहने सुनने वाला नहीं।इतना ही नहीं समय पर कार्य पूरा नहीं करने पर भी लोक निर्माण विभाग ने सम्बंधित ठेकेदार को ना तो कोई नोटिस दिया है और न ही कोई पेनेल्टी लगाई है। ठेकेदार अपनी मर्जी से काम करता है। अधिशासी अभियंता खामोश बैठे है। 

निर्माण सामग्री की भी जांच जरुरी: लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड मेरठ के अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार निर्माण सामग्री भी घटिया स्तर की प्रयोग कर रहा है। नाला पाटने के लिए डाले जा रहे लिंटर में भी लोहे के सरिये की मोटाई भी कम है। उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए। 
 

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तानाशाही अधिकारी: लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में अधिशासी अभियंता सत्येंद्र कुमार न तो समय पर ऑफिस आते है और न ही जनता और मीडिया का फोन उठाते है। परेशान लोग अधिशासी अभियंता को ऑफिस में न पाकर वापस लौट जाते है। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश है कि अधिकारी सुबह 10 से 12 बजे तक अपने ऑफिस में बैठे और जनता की शिकायतों का सही तरीके से निवारण करें। लेकिन अधिशासी अभियंता सत्येंद्र कुमार पर मुख्यमंत्री के आदेश का कोई फर्क नहीं पड़ता। वह एक अहंकारी तानाशाह की तरह से व्यवहार करते है। वास्तव में अधिशासी अभियंता सतेंद्र सिंह पद पर रहने योग्य नहीं है। 

शासन की परियोजनाओं को समय पर पूरा कराने में पूरी तरह नाकाम अधिशासी अभियंता: लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता सतेंद्र कुमार अपने एयरकंडीशंड केबिन से बाहर निकलना ही नहीं चाहते। जिस दिन से सतेंद्र कुमार ने प्रांतीय खंड में चार्ज लिया है, एक साल से अधिक हो गया एक बार भी अपने विभाग को जाकर नहीं देखा। कर्मचारी समय पर ऑफिस में उपलब्ध है अथवा नहीं। किसी कर्मचारी को कोई परेशानी तो नहीं। अधिशासी अभियंता को कोई मतलब नहीं। यही वजह है कि अधिशासी अभियंता ने कभी निर्माण कार्य की समय सीमा समाप्त होने के बाद लंबित पड़े कार्य को भौतिक रूप से जाकर एक बार देखा भी नहीं। शासन की कई परियोजनाएं है जो समय से पूरी नहीं हो पा रही है। उस सड़क पर से गुजरने वाली आम जनता परेशान है। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं। 

सभी अधिकारियों ने अपना पल्ला झाड़ लिया: समय से पूरा नहीं होने वाले निर्माण कार्यों की जानकारी के लिए हमारे संवाददाता ने जब लोक निर्माण खंड प्रांतीय खंड मेरठ के सहायक अभियंता (इंचार्ज हेड क्वार्टर), अधीक्षण अभियंता जगदीश प्रसाद एवं मुख्य अभियंता एसएल गुप्ता से बात की तो सभी ने हमारे पास यह जानकारी उपलब्ध नहीं है, कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया। 

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